साइकिल चलाना स्वस्थ रहने का सबसे आसान तरीका है। यह एक एरोबिक व्यायाम है, जिससे शरीर को बहुत से लाभ मिलते हैं। आप साइकिल चलाकर अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं और जरूरी काम भी कर सकते हैं। साइकिल चलाने से आपका शरीर सक्रिय रहता है और कई बीमारियों से राहत मिलती है। साइकिल चलाना शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए बेहद फायदेमंद है। लोग अपनी उम्र और क्षमता के अनुसार प्रतिदिन साइकिल चला सकते हैं। अगर आप भी उपयुक्त रहना चाहते हैं और वजन नियंत्रित करना चाहते हैं, तो दिन में कुछ वक्त साइकिलिंग जरूर करें। आज आपको रोज साइकिल चलाने कि स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें जानकर आप हैरान रह जाएंगे।
वजन कम करने में कारगर– रोज साइकिल चलाने से आपको वजन कम करने में मदद मिल सकती है। जिन लोगों कि पेट पर चर्बी जमा है, उन्हें भी साइकिल चलाने से पेट का मोटापा कम करने में आसानी हो सकती है। हेल्थलाइन के प्रतिवेदन के अनुसार तेज साइकिल चलाने से आपके शरीर में मोटापे का स्तर कम होता है। इससे वजन को नियंत्रित किया जा सकता है। कई अध्ययन में पता चला है कि नियमित साइकिलिंग से आपके उपापचय को बढ़ावा मिल सकता है। इससे मांसपेशियों का निर्माण हो सकता है और आराम करते समय भी अधिक कैलोरी जला सकते हैं।
पैरों को मिलती है मजबूती– रोज साइकिल चलाने से आपके पैरों को मजबूती मिलती है। साइकिल चलाने से आपके निचले शरीर में समस्त सुधार होता है। इससे आपके जोड़ पर दबाव नहीं पड़ता है और आपके पैर की मांसपेशियां मजबूत हो जाती हैं। अपने पैरों को और भी मजबूत बनाने और अपने साइकिल चलाने के साथ वेटलिफ्टिंग जैसे कई अन्य अभ्यास कर सकते हैं। यदि आप किसी चोट या बीमारी से उबर रहे हैं, तो आप कम तीव्रता से साइकिल चला सकते हैं। जैसे-जैसे आप अधिक उपयुक्त होते जाते हैं, आप तीव्रता बढ़ा सकते हैं।
कोलेस्ट्रॉल हो सकता है कम– साइकिल चलाने के स्वास्थ्य-वर्धक प्रभाव कोलेस्ट्रॉल के स्तर को सुधारने में मदद कर सकते हैं। साइकिल चलाने से आपके स्ट्रोक और दिल के दौरे की आशंका कम हो सकती है। एक अध्ययन में यह बात सामने आई थी कि घर के अंदर करने वाली साइकिलिंग का कुल कोलेस्ट्रॉल पर सकारात्मक असर पड़ता है। साइकिल चलाने से एलडीएल यानी खराब कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड का स्तर कम होता है। इससे एचडीएल यानी अच्छे कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है।
बढ़ सकती है मस्तिष्क कि शक्ति– साइकिल चलाने से तनाव, चिंता और अवसाद जैसी भावना को कम करने में मदद मिलती है। साइकिल चलाते समय सड़क पर ध्यान केंद्रित करने से आपको एकाग्रता और जागरुकता विकसित करने में मदद मिल सकती है। एक अध्ययन में पाया गया कि साइकिल चलाने से वृद्ध वयस्कों के मानसिक स्वास्थ्य में काफी सुधार होता है। अगर आप सुस्त महसूस करते हैं, तो कम से कम 10 मिनट के लिए साइकिल जरूर चलाएं। यह आपके शरीर में एंडोर्फिन हॉर्मोन को बढ़ावा देता है, जिससे तनाव कम होता है और लोग बेहतर महसूस करने लगते हैं। एक बार साइकिल चलाने को अपने जीवन का नियमित हिस्सा बना लेने के बाद आप अधिक आत्मविश्वासी और संतुष्ट महसूस कर सकते हैं।
बीमारियों से होता है बचाव – साइकिल चलाने से बीमारियों को रोकने में मदद मिलती है और कई बीमारियों से राहत मिलती है। रोज साइकिल चलाने से दिल से संबंधी समस्याओं जैसे स्ट्रोक, दिल का दौरा और उच्च रक्तचाप को रोकने में मदद मिलती है। साइकिल चलाने से टाइप 2 मधुमेह को रोकने और नियंत्रित करने में भी मदद मिल सकती है। एक शोध से पता चलता है कि नियमित रूप से साइकिल चलाने से शुगर वाले लोगों की मृत्यु दर 24% तक कम हो सकती है।
आशीष ठाकुर – हिमाचल प्रदेश