गर्मी में फूड पॉइजनिंग एक आम समस्या है। इसमें न सिर्फ पेट मरोड़ के साथ दर्द होना शुरू हो जाता है। बल्कि डायरिया, उल्टी जैसी समस्याएं भी होती हैं। इसका मुख्य कारण गंदा यानी दूषित पानी पीना है। बर्फ गोला और गन्ने के जूस में बर्फ इस्तेमाल होता है, इससे भी यह संक्रमण हो सकता है। इसी तरह सड़कों के किनारे बिकने वाले समोसे, कचौरियों के साथ चटनी या पतासी के पानी के कारण भी ऐसा होने की आशंका लगी रहती है। जानते हैं कुछ घरेलू उपायों के बारे में-
दही-तुलसी पत्ती खाएं
एक कटोरी दही लीजिए और उसमें तुलसी की पत्तियां, काली मिर्च और थोड़ा-सा नमक डालना होता है। दिन में दो बार इसका सेवन करें। तुलसी की पत्तियों को पानी और चाय की पत्ती के साथ उबालकर काढ़ा बना लें और दिन में दो बार लें। आप चाहें तो हल्की-सी चीनी भी डालकर लाभ मिल जाता हैं।
नींबू व सेब का सिरका
खाली पेट नींबू पानी पीना से से लाभ होता है। इससे पेट के बैक्टीरिया मरते हैं। नींबू के रस में शहद मिलाकर भी लें। सेब का सिरका शरीर का मेटाबॉलिज्म बढ़ता है। यह पेट की अम्लीयता कम कर रहा है। इसलिए खाने से पहले दो चम्मच सिरका एक कप गुनगुने पानी में मिलाकर लेने से फूड पॉइजनिंग में आराम दिलाने में सहायक रहता है।