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बढ़ रही है मधुमेह रोगियों की संख्या, कहीं आप पर तो नहीं मंडरा रहा खतरा

दुनिया भर में मधुमेह की बीमारी ने स्वास्थ्यचर्या प्रणाली पर गंभीर चुनौती खडी कर दी है। शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि 2050 तक विश्व में मधुमेह मरीजों की संख्या 1 अरब पार कर जाएगी। अब तक के आंकड़ों के मुताबिक भारत में 8 करोड़ लोग पहले से ही मधुमेह से पीड़ित हैं और 2045 तक यहां के 13 करोड़ लोग मधुमेह के शिकार होंगे। यही कारण है कि अभी से भारत को विश्व की मधुमेह राजधानी कहा जाने लगा है। मधुमेह के मामलों में तेजी से हो रही वृद्धि को देखते हुए आशंका जताई जा रही है कि 2050 तक विश्व में हर सात या 8 में एक व्यक्ति मधुमेह से पीड़ित होगा।

सामने है गंभीर चुनौती
अल्बर्ट आइंस्टीन कॉलेज ऑफ मेडिसीन न्यूयॉर्क की डॉ. शिवानी अग्रवाल कहती हैं कि मधुमेह हमारे समय का सबसे बड़ा सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरा है और यह अगले तीन दशक में प्रत्येक देश के लिए सिर दर्द बनकर उभरने वाला है। इसमें हर तरह के लोग प्रभावित होने वाले हैं, चाहे वह बच्चा हो, युवा हो या बुजुर्ग हो या स्त्री हो या पुरुष हो। ऐसे में इन सब तक आवश्यक दवाइयों की पहुंच, खासकर हाशिए पर खड़े लोगों तक इसकी पहुंच पूरी दुनिया के लिए गंभीर चुनौती साबित होने वाली है। शोधकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि आने वाले समय में वंचित इलाकों में 40 साल से कम आयु वर्ग के लोगों में भी मधुमेह बहुत बड़ी समस्या बनकर उभरेगा। ऐसे में अभी से मधुमेह के प्रति लोगों को सतर्क हो जाना चाहिए।

किन लोगों को है मधुमेह का ज़्यादा खतरा
मैक्स अस्पताल गुड़गांव में मधुमेह रोग विशेषज्ञ डॉ. पारस अग्रवाल ने बताया कि अगर किसी के निकट खून के रिश्ते में पहले से किसी को मधुमेह है तो उसे मधुमेह होने का खतरा ज्यादा रहता है। इसके साथ ही अगर मोटापा है और वह शारीरिक गतिविधि नहीं करता तो उन्हें मधुमेह का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। इसके साथ ही गलत खान पान यानी ज्यादा फास्ट फूड, जंक फूड, प्रोसेस्ड फूड का सेवन भी मधुमेह के जोखिम को बढ़ाता है। वहीं रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल, शराब, पर्याप्त नींद न लेना, तनाव और धूम्रपान भी मधुमेह के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं।

मधुमेह से बचने के लिए क्या करें
डॉ. पारस अग्रवाल कहते हैं कि मधुमेह से बचने के लिए सबसे जरूरी चीज है कि आप स्वस्थ भोजन लें और नियमित रूप से व्यायाम या शारीरिक रूप से सक्रिय रहें। इसके साथ ही तनाव और निराशा से दूर रहें। हर रोज 7 से 8 घंटे की नींद लें।तली-भुनी चीजें, फास्ट फूड, जंक फूड, सैचुरेटेड फूड, प्रोसेस्ड फूड का सेवन नहीं करें। मौसमी फल और सब्जियों का सेवन ज्यादा करें। हर रोज टहलना है। तनाव भगाने के लिए योगा, ध्यान करें। हमेशा खुश रहें।

आशीष ठाकुर – हिमाचल प्रदेश