इस कोविड काल मे लोग कोरोना के सात सात कोविडसोमिया से गुजर रहे हैं। कोविडसोमिया ऐसा सिमटम हैं जिससे उसके बारे में ज्यादा दिमाग पर असर पड़ने पर नीद नही आती हैं। कही लोग इस सोमिया का शिकार हो रहें है। हालिया अध्ययन में 70 फीसदी प्रतिभागियों ने ‘कोविडसोमनिया’ का शिकार होने की बात कही थी। 56 फीसदी ने माना था कि उनकी आधी रात करवटें बदलने में गुजर जाती है। 51 फीसदी ने गहरी नींद के लिए दवाओं और सप्लीमेंट का सहारा लेने का खुलासा किया था।जीवन में मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं तो आपके शरीर में स्ट्रेस हार्मोन कॉर्टिसोल का स्त्राव सामान्य दिनों से अधिक होगा।कॉर्टिसोल मस्तिष्क में मौजूद पीनियल ग्रंथि में स्लीप हार्मोन मेलाटोनिन का उत्पादन बाधित करता है।सामान्य श्वास क्रिया के बाद एक गहरी सांस भरते हुए सारी मानसिक चिंताओं को एक जगह केंद्रित कर दोनों नासिकाओं से धीमे-धीमे श्वास छोड़ते हुए मन से बाहर निकाल दें। कमरे में पूरी तरह से अंधेरा रखें, तापमान 16 से 19 डिग्री सेल्सियस के बीच रखें।सोने से पहले गुनगुने पानी से नहाना, गुनगुने दूध का सेवन करना भी फायदेमंद रहेगा।रात में एक्शन फिल्में क्राइम शो न देखें कॉर्टिसोल का स्तर बढ़ने से मेलाटोनिन का उत्पादन बाधित होता है।
सतीश कुमार (ऑपेरशन हेड, साउथ इंडिया)