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संचार साथी पोर्टल की मदद से सिम हुए बंद

Aug 19, 2023 ABUZAR

खोए या चोरी हुए मोबाइल फोन को ट्रैक करने के लिए संचार साथी पोर्टल काफी मददगार साबित होने वाला है। इस डिजिटल पहल से महत्वपूर्ण सकारात्मक बदलाव हो चुका है। संचार साथी पोर्टल के लॉन्च होने के बाद 52 लाख फर्जी मोबाइल कनेक्शन बन्द हुआ है।

इसके साथ ही 67 डीलर्स को ब्लैकलिस्ट करने के बाद 300 से ज्यादा FIR भी दर्ज हो चुकी है। उक्त जानकारी केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा दी गई है।

6 हजार WhatsApp अकाउंट किए ब्लॉक

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के मुताबिक, संचार साथी पोर्टल के माध्यम से 17000 हैंडसेट को ब्लॉक हो चुका है, जो चोरी किए गए थे। इसके अलावा 6000 व्हाट्सएप अकाउंट भी ब्लाक हुआ है । साथ ही 3 लाख मोबाइल फोन को लोकेट (ट्रैक) करना होता है। अश्विनी वैष्णव के मुताबिक, संचार साथी पोर्टल से एक साल के अंदर काफी हद तक साइबर फ्रॉड को कंट्रोल करने में सहायता मिल जाएगी।

बल्क में सिम खरीदने पर लग जाएगा अंकुश

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दिया है कि सभी सिम डीलर्स का पुलिस वेरिफिकेशन और रजिस्ट्रेशन अनिवार्य करने का फैसला हुआ है। हमारा मकसद पारदर्शिता और सुरक्षा के लिए थोक सिम कार्ड खरीद से संबंधित धोखाधड़ी के मामलों पर अंकुश लगाने का रखा गया है।

क्या है संचार साथी पोर्टल?

संचार साथी पोर्टल को भारत सरकार ने 16 मई, 2023 को लॉन्च किया गया था। इस पोर्टल का मकसद सभी मोबाइल यूजर्स को सुरक्षा प्रदान करने जा रही है। इस पोर्टल की मदद से चोरी हुए मोबाइल को ब्लॉक करने के साथ ही उसे ट्रैक भी किया जा सकता है। अगर खोया या चोरी हुआ फोन पोर्टल से सहायता मिल जाती है।

तो उसे अनब्‍लॉक कराकर दोबारा इस्‍तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा इससे इस्तेमाल किए गए मोबाइल को खरीदने से पहले उसकी सत्यता की जांच करना होता है ।

फोन का IMEI नंबर होता है ब्लाक

संचार साथी पोर्टल पर दी गई जानकारी के अनुसार, अगर किसी शख्स का मोबाइल फोन गुम या चोरी होता है तो उसे फोन के IMEI नंबर को ब्लॉक होना चाहिए। इसको लेकर आप www.sancharsathi.gov.in पर दिए गए फॉर्म को भरना होता है। फॉर्म भरने से पहले पुलिस की बात करें तो FIR दर्ज कराएं और रिपोर्ट की एक कॉपी अपने पास जरूर रखना होता है।