प्रयागराज: अगर आपके यहां कूलर घर के बाहर लगा रखा है तो सतर्क रहिए क्योंकि चोर काफी चालक है। ताजा घटनाक्रम में चोरों ने कूलर में बेहोशी की हवा डाल दिया था। दवा कमरे में हवा के सहारे फैली और पूरा परिवार बेहोश हो चुका था।
इसके बाद चोर कुंडी तोड़ घर में दाखिल हो गए और आलमारियों से नकदी, गहनों के साथ लाइसेंसी राइफल उठा ले गए। होश में आने पर परिवार को इसकी जानकारी प्राप्त हुई थी।
नैनी के चकलाल मोहम्मद मुहल्ला निवासी राजेश कुमार पटेल प्राइवेट कंपनी में नौकरी कर रहे हैं। रविवार रात एक शादी समारोह से लौटकर वह परिवार के साथ कमरे में सो गए। ढाई बजे रात अचानक उनकी नींद खुल गई। उसी समय अचानक कूलर से महक आना शुरू हो गई। कुछ ही पलों में वह गहरी नींद में डूबे हुए थे।
सुबह आमतौर पर राजेश और उनकी पत्नी छह बजे तक जग जाते थे लेकिन सोमवार को आठ बजे तक कोई उठा गया था। सबसे पहले राजेश की नींद खुली तो सिरदर्द होता रहता है। फिर उन्होंने पत्नी को जगाया। बच्चे बेसुध थे। घर के दो कमरों की आलमारियां और बक्से खुले मिल गए थे। कपड़े तथा सामान फर्श पर बिखरे थे। घर का दरवाजा भी खुला गया था। दरवाजे की कुंडी टूटी थी। आलमारी से 45 हजार रुपये, आठ लाख रुपये के आभूषण, लाइसेंसी राइफल और 10 कारतूस गायब हो चुका थे।
कूलर की टंकी में डाली बेहोशी की दवा
नैनी पुलिस द्वारा अनुमान लगाया गया कि चोरों ने रात में कमरे के बाहर से कूलर की टंकी में बेहोशी की दवा डाल दी थी। पानी की फुहार के साथ उस दवा के असर से सभी बेहोश हो चुके थे।
परिवार के सदस्य जब बेहोश थे तभी चोरों ने सरिया डालकर दरवाजे की कुंडी तोड़ी और अंदर आकर लाखों के माल पर सफाई किया। पुलिस ने मौके पर खोजी कुत्ते को भी बुलाया लेकिन वह आसपास टहलता रहा जिससे चोरों का सुराग नहीं मिला।
परिवार कमरे में बेहोश हुआ तो कूलर के पानी में क्लोरोफार्म डाले जाने की संभावना ज्यादा बताई गई है।यह अधिक मात्रा में इस्तेमाल किया जाए तो इंसान के लिए जानलेवा साबित हो सकती है। -डा. नीलम सिंह, एनेस्थीसिया विभागाध्यक्ष, एसआरएन अस्पताल