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6 महीने में LAC के पास 100 सैन्य अभ्यास कर चुका है चीन

फिर से चीन की चालाकी सामने आई है और ड्रैगन की मंशा पर एक बार फिर से सवाल उठने लगे हैं। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी पीएलए ने इस साल तिब्बत में सीमा के करीब 100 से अधिक सैन्य अभ्यास किए हैं, जबकि पूर्वी लद्दाख में एलएसी वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास कुछ बिंदुओं से सेनाओं को हटाने की दिशा में प्रगति हुई है।इन घटनाक्रमों से पता चलता है कि फरवरी में पैंगोंग त्सो में सेनाओं के वापसी के बावजूद चीन विवादित हिमालयी सीमा पर अपनी सैन्य क्षमताओं का विस्तार कर रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ने पिछले साल जून में गलवान घाटी की घटना के बाद सीमा पर अपनी उपस्थिति बढ़ा दी थी।प्रतिकूल मौसम में चीनी सैनिकों की युद्ध क्षमताओं को बढ़ावा देने के इरादे से तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में यह अभ्यास किया गया था। द यूरेशियन टाइम्स के संपादक जयंत कलिता ने कहा, चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा के करीब के क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे में तेजी से सुधार किया है।जनरल रावत ने चंडीमंदिर में भारतीय सेना की पश्चिमी कमान के मुख्यालय का भी दौरा किया जहां उन्होंने पाकिस्तान के साथ लगती सीमा पर अभियान संबंधी स्थितियों की समीक्षा की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। एलएसी पर अग्रिम क्षेत्रों में सैनिकों के साथ वार्तालाप में जनरल रावत ने आह्वान किया कि देश की क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के अपने काम में अडिग होकर लगे रहें।

सतीश कुमार (ऑपेरशन हेड, साउथ इंडिया)