• Fri. Apr 26th, 2024

अब LAC पर कड़ा रुख अपना रहे,भारत और चीन और भी गेहरया संकट ।

भारत और चीन दोनों ने ही वास्तविक सीमा रेखा पर कड़ा रुख अपना लिया है। सीमा विवाद के बीच दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी बाउंड्री में सैन्य गतिविधियां, बुनियादी ढांचे का विकास, निगरानी और युद्धाभ्यास को बढ़ा दिया है। 18 महीनों से जारी सीमा विवाद को सुलझाने में सैन्य वार्ताएं लगभग असफल रही हैं। एक अधिकारी ने बताया कि इलाके में पीपल्स लिबरेशन आर्मी पीएलए की कार्रवाईयों के जवाब में भारत ने भी गतिविधि बढ़ाई है।लेकिन अभी भी दोनों सेना के करीब 50 से 50 हजार जवान एडवांस हथियारों के साथ लद्दाख में तैनात हैं। बीते हफ्ते जारी हुई एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी रक्षा विभाग ने कहा कि बीजिंग विवाद को सुलझाने के लिए जारी वार्ता के बावजूद एलएसी पर अपने दावे को मजबूत करने के लिए लगातार विस्तारवादी और सामरिक रणनीति अपना रहा है।भारत और चीन दोनों की ओर से कड़ा रुख अपना लिया गया है और 13वें दौर की सैन्य वार्ता के बाद दोनों देशों की तरफ से आए बयान से साफ संकेत मिलते हैं कि एक आम सहमति बना पाना मुश्किल है। भारतीय सेना ने कहा कि उसने शेष क्षेत्रों में विवाद सुलझाने के लिए रचनात्मक सुझाव दिए लेकिन चीनी पक्ष सहमत नहीं था और न ही उनकी तरफ से आगे के लिए कोई प्रस्ताव पेश किया गया।इसके जवाब के तौर पर भारतीय सेना ने पूर्वी लद्दाख में बीते हफ्ते भी हवाई अभ्यास कर यह साबित कर दिया कि वह किसी भी कार्रवाई पर त्वरित प्रतिक्रिया देने में सक्षम है।

सतीश कुमार