वाराणसी मे एक मंदिर पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। शमशान घाट के किनारे, गंगा नदी के तलहटी मे बसा हुआ रतनेश्वर मंदिर जो की रतनेश्वर महादेव के नाम से पूरे विश्व में प्रख्यात है। भारत के अधिकांश लोगो को पीसा मीनार के बारे मे तो पता ही है जो 4 डिग्री झुका हुआ है। जबकि वाराणासी मे बसा हुआ रतनेश्वर महादेव मंदिर 9 डिग्री झुका हुआ है।
यह अमूल्य भारतीय धरोहर है। अफसोस कि बात है भारत के लोगो के इसके बारे में कोई जानकारी नही है। हम आपको बता दे धर्म की नगरी काशी मे बसा ये हजारों साल पुराना ये शिव मंदिर 9 डिग्री से झुका हुआ है। मंदिर काफी पीछे की ओर झुका हुआ है। और इसका गर्भ गृह आंरभिक काल से गर्मियों में पानी के नीचे रहता है। इस रतनेश्वर महादेव के मंदिर में कई रहस्यो का भरमार है। इससे जुड़ी कई कथाएँ भी प्रचलित है। साल के 12 महीनों 10 महीने तक यह मंदिर जल के अंदर रहता है। यह मंदिर गंगा जल और मिट्टी में सना हुआ है। केदार खंड मे तिल तिल बहते बाबा तिल भडेश्वर महादेव मंदिर है एक तरफ बिशेश्वर खंड में अंश अंश झुकता ये रतनेश्वर महादेव मंदिर शमसान के पास बसा ये मंदिर बेहतरीन तथा अलग प्रकार के बनावट के साथ उपलब्ध है। यहाँ सावन मे जल नही अर्पित करते हैं। सावन माश मे भी महाकाल के भक्त जल अर्पित नही कर पाते है क्योकि आधार भाग जल में बिलिन रहता है। रतनेश्वर महादेव मंदिर स्थाप्तय कला शैली के लिए प्रचलित है। जो पिछले कई सौ सालों की 9 डिग्री झुका हुआ है।
रिपोर्ट – वंशिका सिंह