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भारत में रोबोट से हमला करना चाहते थे आतंकी

शिवमोगा: एक संभावित आतंकी साजिश को रोकने हेतु राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 9 लोगों पर आरोप लगाए हैं। इनमें से कुछ लोग कर्नाटक के शिवमोगा जिले के रहने वाले हैं। चार्जशीट के अनुसार, ये लोग इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) के समर्थक हैं और रोबोटिक्स का प्रयोग करके हमले करना चाहते थे।

शिवमोगा में एक आईइडी विस्फोट करके लोगों को भयभीत करने का प्रयास करने वाले 9 लोगों पर एनएआई ने दोषी ठहराया है। इन लोगों का आईएसआईएस से संबंध है और वे रोबोटिक्स की सहायता से और अधिक हमले करने की योजना बना रहे थे। उनका उद्देश्य भारत में हिंसा फैलाकर देश के विरुद्ध युद्ध को जन्म देना था।

एनआईए ने शुक्रवार को जिन लोगों को आरोपी बताया उनके नाम मोहम्मद शारिक, माज मुनीर अहमद, सैयद यासीन, रीशान ताजुद्दीन शेख, हुजैर फरहान बेग, माजिन अब्दुल रहमान, नदीम, अहमद के ए, जबीउल्ला और नदीम फैजल एन हैं। यूएपीए के तहत सभी पर मुकदमा चलाया गया है।

मार्च 2023 में ही एनआईए ने माज मुनीर अहमद और सैयद यासीन पर पहले से ही चार्जशीट दाखिल कर दी थी। इसके साथ ही, पांच आरोपियों की पृष्ठभूमि मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग है। उनके नाम माज मुनीर अहमद, सैयद यासीन, रीशान ताजुद्दीन शेख, माजिन अब्दुल रहमान और नदीम अहमद हैं।

उन्हें रोबोटिक्स का प्रशिक्षण लेने के लिए कहा गया था, ताकि वे आईएसआईएस के उद्देश्य को पूर्ण कर सकें और आगे चलकर आतंकी हमलों को अन्जाम दे सकें।

एनआईए की जांच से पता लगा है कि मोहम्मद शारिक, माज मुनीर अहमद और सैयद यासीन ने विदेशी आईएस संपर्क की मदद से आतंक और हिंसा को फैलाने का षड्यंत्र रचा था। उन्होंने अपने साथियों को कट्टरपंथी बनाने और संगठन में सम्मिलित होने के लिए प्रेरित किया।

शिवमोगा, कर्नाटक में पिछले वर्ष आईइडी विस्फोट हुआ था। शिवमोगा ग्रामीण पुलिस ने 19 सितंबर 2022 को इस मामले में केस दर्ज किया। एनआईए ने 15 नवंबर 2022 को इस केस को संभाला और फिर से केस दर्ज किया। जांच अभी तक पूरी नहीं हुई है।

अमन ठाकुर – हिमाचल प्रदेश