रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच पिछले 18 महीने से ज़्यादा समय से युद्ध जारी है। 24 फरवरी, 2022 को रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के आदेश पर रुसी आर्मी ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध की शुरुआत की थी और तब शुरू हुआ युद्ध अभी भी खत्म नहीं किया गया है। इस युद्ध की वजह से यूक्रेन में जान-माल का भारी नुकसान तो हुआ है ही, साथ ही कई शहरों में भी भीषण तबाही मच चुकी है। लेकिन फिर भी लगातार मिल रहे इंटरनेशनल सपोर्ट की वजह से यूक्रेनी आर्मी अभी भी युद्ध डटी हुई है और इस वजह से रूस की आर्मी को भी अब तक इस युद्ध में काफी नुकसान हुआ है। यूक्रेन को इस युद्ध में अगर सबसे ज़्यादा सपोर्ट किसी देश ने किया है तो वो है अमेरिका (United States Of America)। अमेरिका ने शुरू से यूक्रेन की जमकर मदद की है और यह साफ भी कर दिया है कि जब तक युद्ध चलेगा तब तक अमेरिका यूक्रेन की मदद करना जारी रखेगा। अब अमेरिका ने यूक्रेन को नई मदद देने की तैयारी कर ली है।
अमेरिका ने यूक्रेन को एयर-टू-एयर मिसाइलें देने की तैयारी शुरू कर दी है। गुरुवार को ही अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस ने इस बात की जानकारी दी है। अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस ने इस बात की जानकारी दी कि उन्होंने अमेरिकन कंपनी Raytheon से कॉन्ट्रैक्ट किया है जिसके तहत वो यूक्रेन के लिए एडवांस्ड मीडियम रेंज एयर-टू-एयर मिसाइलें खरीदेगा और उसकी सप्लाई यूक्रेन को करेगा।
रूस की बढ़ सकती है टेंशन
अमेरिका के इस फैसले से रूस की टेंशन बढ़ सकती है। दरअसल यूक्रेन रूस के खिलाफ काउंटरऑफेंस शुरू कर चुका है पर इसका कुछ फायदा नज़र नहीं आ रहा। यूक्रेन रूस पर लगातार ड्रोन अटैक्स भी कर रहा है पर रूस के एयर डिफेंस को भेद नहीं पा रहा। ऐसे में अगर यूक्रेन को एडवांस्ड मीडियम रेंज एयर-टू-एयर मिसाइलें मिलती हैं, तो उसका काउंटरऑफेंस मज़बूत होगा और इससे रूस की टेंशन बढ़ सकती है।