अपोलो मिशन की समाप्ति के 50 वर्षो बाद अंतर्राष्ट्रीय एजेंसी नासा ने बेहद शक्तिशाली राकेट के तीन प्रक्षेपण किये, इसके साथ ही पहली उड़ान भरी। चंद्रमा पर अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी के दिशा मे इसे सबसे बड़ा कदम मान जा रहा है। तीन सप्ताह के मानव रहित प्रक्षेपण में करीब 130 किलोमीटर के दायरे में आने के बाद 64,000 किलोमीटर में फैला जायेगा। इसके बाद ये पृथ्वी की ओर दिसम्बर में लौट आयेगा। कई वर्षों की देरी के बाद नासा के सबसे शक्तिशाली 98 मीटर 32 मंजिल के अन्तरिक्ष प्रेषक प्रणाली राकेट ने स्थानीय समय अनुसार मंगलवार को देर रात 1:45 बजे, भारतीय समय अनुसार 12:17 मिनट पर केनोडिस् स्पेस सेंटर के भयंकर गरजन के साथ उड़ान भरी।
वंशिका सिंह