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शी जिनपिंग ने वोलोदिमिर जेलेंस्की से की फ़ोन पर बातचीत

चीनी जनवादी गणराज्य के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बुधवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से फ़ोन पर बातचीत की। एक समाचार एजेंसी के अनुसार इस बातचीत में पूरा ध्यान रूस और यूक्रेन युद्ध पर ही केंद्रित रहा।

आपको बता दें कि पिछले माह मार्च में चीनी राष्ट्रपति रूस के दौरे पर गए थे। जहां पर उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से लंबी बातचीत की थी। हाल ही में रूसी महासंघ ने सऊदी अरब की राजशाही और ईरानी इस्लामिक गणराज्य के कूटनीतिक रिश्ते बहाल करवाए हैं। चीन अब मध्यस्थता के द्वारा दुनिया के बड़े विवादों को सुलझाने में केंद्रित कर रहा है। वह इजराइल राष्ट्र और फिलिस्तीन राज्य के मामलों पर भी केंद्रित कर रहा है।

अमेरिकी अख़बार ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार – शी जिनपिंग ने बुधवार सुबह वोलोदिमिर जेलेंस्की से बातचीत की। बाद में चीनी विदेश मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि भी की। रूस और यूक्रेन के मध्य पिछले वर्ष 2022 में युद्ध आरंभ हुआ था। उसके बाद यह पहला अवसर था जब जिनपिंग ने जेलेंस्की से बातचीत की हो।

दोनों नेताओं के मध्य हुई बातचीत के पश्चात यूक्रेनी राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया पर कहा कि चीन के राष्ट्रपति से बेहद लंबी और ज़रूरी मुद्दों पर चर्चा हुई। हमने रूस के आक्रमण और यूक्रेन की स्थिति पर बातचीत की। हम चाहते हैं कि चीन के साथ हमारे अच्छे संबंध हों।

जेलेंस्की ने आगे कहा कि जिनपिंग से आज की बातचीत और चीन में यूक्रेन के राजदूत नियुक्त करना एक ज़रूरी मुद्दा है, जो यह बताते हैं कि हम दोनों ही देश साथ चलना चाहते हैं।

आपको बता दें कि युद्ध आरंभ होने के बाद से ही चीन ने रूस का हर मोर्चे पर साथ दिया है, हालांकि वह यह दावा करता आया है कि इस मामले में वह किसी भी पक्ष के साथ नहीं खड़ा होगा। पश्चिमी मीडिया का यह दावा है कि रूस स्वयं तो मज़बूत है ही, उसके उपरांत उसे चीन का सहयोग भी मिलता है। यही कारण है कि रूस अभी तक युद्ध जारी रख पाया है। हालांकि, चीन चाहे तो रूस पर दबाव डालकर यह युद्ध रुकवा भी सकता है।

गौर करने वाली बात यह है कि चीन के अधिकारी कभी भी इस बात का उत्तर नहीं देते हैं कि क्या शी जिनपिंग युद्ध को रुकवाने हेतु जेलेंस्की से बात भी करेंगे। हालांकि, वह पुतिन से निरंतर बातचीत करते रहते हैं। बुधवार को जेलेंस्की और जिनपिंग की फ़ोन पर बातचीत से यह स्पष्ट हो गया था कि चीन अब दुनिया में अपनी छवि को सुधारने पर कार्य कर रहा है। शी जिनपिंग ने 20 मार्च 2022 को रूस का दौरा किया था।

आपको बता दें कि वर्ष 2019 तक चीन ही यूक्रेन का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार था। यूक्रेन ने चीन को वर्ष 2019 तक सबसे अधिक मक्के की आपूर्ति की थी।

अमन ठाकुर – हिमाचल प्रदेश