तीसरी लहर के खौफ के बीच दुनिया भर में लोग पुरानी जिंदगी में लौटने लगे हैं। दफ्तरों में लौटने लगे हैं, अपने काम-धंधे शुरू करने लगे हैं। लेकिन तकरीबन 18 महीने से ज्यादा वक्त तक घर बैठे रहे पायलट हवाई जहाज उड़ाना भूल गए हैं। जी हां ये हम नहीं खुद कई पायलट का कहना है। उनका कहना है कि इतने दिन घर पर बैठे रहने के बाद उन्हें हवाई जहाज उड़ाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा।कोरोना महामारी के कारण महीनों घर पर बैठे पायलट हवाई जहाज उड़ाना तक भूल गए हैं। किसी को जहाज शुरू करने में दिक्कत हुई तो कोई लैडिंग करते वक्त दूसरा इंजन स्टार्ट करना भूल गया और फिर आनन-फानन में स्टेशन टीम की मदद लेनी पड़ी वरना कही हादसे हो सकते थे ।अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट के अनुसार, कई पायलट्स के हाल लगभग यही थे।उड़ानों पर रोक के कारण दुनियाभर में करीब 1 लाख पायलट काम ही नहीं कर सके। अब करीब 18 महीने बाद वो एक बार फिर काम पर लौटे हैं, तो कईयों से उड़ान के दौरान भूल सामने आ रही है।हालांकि इस बात का भी खुलासा हुआ है कि एशिया समेत अन्य जगहों पर पायलट ने रिट्रेनिंग की, लेकिन ट्रेनिंग सेशन में भी उनसे कई गलतियां हुई है।दुनियाभर के देशों ने महामारी के जबरदस्त प्रकोप को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बंद करने में ही भलाई समझी थी। इस कारण लंबे समय तक पायलट भी उड़ान नहीं भर सके।
सतीश कुमार