पाकिस्तान आज भी कश्मीर को अपना अभिन्न अंग मानता आ रहा हैं। इसलिए जब भारत ने अनुच्छेद 370 हटाया तो पकिस्तान को मिर्ची लगी और उसने इसे हटाने के लिए कही देशों से गुहार लगाई यहां तक की नही उन परिषद मंडल मे भी गुहार लगाई पर किसी ने एक ना सुनी। UN परिषद ने कहा ये भारत का आंतरिक मामला हैं। आज जब इमरान से पुछा गया तो उन्होनें कहा कि हम भारत से बात करने को तभी राजी होंगे जब तक नई दिल्ली जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को रद्द करने के अपने फैसले को वापस नहीं लेता है तब तक उनका देश भारत से वार्ता नहीं करेगा।इससे पहले विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि भारत के साथ वर्तमान में कोई वार्ता नहीं हो रही है, लेकिन अगर नई दिल्ली कश्मीर पर अपनी नीतियों में बदलाव करता है और कश्मीर के लोगों को राहत देता है तो वार्ता हो सकती है।
सतीश कुमार (ऑपेरशन हेड, साउथ इंडिया)