केन्द्र सरकार ने मुख्य सचिव उषा शर्मा का कार्यकाल 31 दिसंबर तक बढ़ाया गया है। इससे नए मुख्य सचिव को लेकर चल रही अटकलों पर विराम लग गया है। अब शर्मा के कार्यकाल में ही विधानसभा चुनाव होंगे और नई सरकार भी उनके कार्यकाल में बन जाएगी। राज्य सरकार ने 16 जून को कार्यकाल बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा था, जिसके आधार पर केन्द्र सरकार ने कार्यकाल बढ़ाने की मंजूरी दी गई है। केन्द्रीय कार्मिक मंत्रालय के आदेश में इसका भी उल्लेख हुआ है।
मुख्य सचिव शर्मा का 30 जून को कार्यकाल पूरा हो रहा था। केन्द्र सरकार की ओर से जारी आदेश के अनुसार उनका कार्यकाल एक जुलाई से 31 दिस्बर 23 तक बढ़ाया जा चुका है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं और दिसंबर में नई सरकार का गठन होना है।
दिल्ली कनेक्शन आया काम
मुख्य सचिव शर्मा का कार्यकाल बढ़ने में मुख्य सचिव उषा शर्मा के दिल्ली के कनेशन काम आ चुके हैं । वे लंबे समय तक केंद्र में प्रतिनियुक्त पर रही हैं। इसके कारण दिल्ली की सियासत हो या फिर पॉवर कारिडोर दोनों दलानों में शर्मा की अच्छी खासी दखल दिया गया है।
शर्मा की सक्रियता का मिलेगा लाभ
शर्मा के कार्यकाल में बजट घोषणाओं सहित सरकार की प्रमुख घोषणाओं को पूरा कराने पर सबसे अधिक फोकस रहा। कार्यकाल बढऩे से गति बरकरार रहने वाली है। इसका सीधा लाभ राज्य की मौजूदा सरकार को मिलेगा।
वीनू गुप्ता का पत्ता साफ
आईएएस अधिकारी वीनू गुप्ता का कार्यकाल दिस्बर में पूरा हो रहा है। ऐसे में गुप्ता के सीएस बनने की संभावनाएं लगभग खत्म हो चुकी है।