भारतीय परंपरा में खाने के बाद मीठा खाने का चलन हो गया है। इसको पाचन से जोड़कर देखा जा रहा है। कुछ घरों में आज भी इसका पालन करना अहम माना जा रहा है। लंच या डिनर के बाद गुलाब जामुन, रसगुल्ला या फिर आइक्रीम आदि खा सकते हैं।
लेकिन एक्सपर्ट की मानें तो खाने के बाद मीठा खाने से पाचन तो अच्छा होता है लेकिन इसके दूसरे दुष्प्रभाव भी हैं। इसमें कैलोरी अधिक होती है और मोटापे का कारण बनता जा रहा है।
अन्य परेशानी भी हो सकती: आइसक्रीम, गुलाब जामुन, हलवा, जलेबी आदि बहुत मीठे होते हैं। इनमें शुगर की मात्रा काफी ज्यादा अधिक होती है। कैलोरी भी अधिक होती है। डाइट के बाद इन्हें लेने से एसिडिटी और मोटापा बढ़ गया है। ज्यादा मात्रा में चीनी डाइट में लेने से आंत के बैक्टीरिया में असंतुलन पैदा हो सकता है, जिससे गैस, पेट फूलना और दस्त जैसी पाचन संबंधी समस्याएं बढ़ना शुरू हो जाती है।
गुड़ या प्राकृतिक मीठा लें
सीनियर फिजिशियन, डॉ. सुनील वर्मा के अनुसार, खाने के बाद मीठा खाने से शरीर में सेरोटोनिन नामक हार्मोन भी बढ़ता है जिसे हैप्पी हार्मोन भी कहा जाता है। अगर आपको मीठे की तलब हो रही है तो नेचुरल स्वीटनर्स जैसे कि खजूर, कोई मौसमी फल या उसका जूस या फिर गुड़ को विकल्प के रूप में ले सकते हैं। इनसे शरीर को फायदा भी होने वाला है।