जब खाने को पचाने वाला एसिड पेट के अंदर विटामिन बी-12 को सोखना शुरु कर देता है। तब ऐसी स्थिति बनती है जिसमें पेट के एसिड हमारे एसोफैगस ( भोजन नली) में वापस जाने लगते है जिसके कारण हमारे सीने में जलन पैदा होने लगती है, इसका दूसरा एक कारण यह भी है की जब यह एसड पेट में जरूरत से ज्यादा बनने लग जाए। जो की एसिडिटी की सबसे आम वजह होती है।
Symptoms of acidity जाने क्या हैं एसिडिटी के लक्षण:
-पेट,छाती,या गले में जलन महसूस होना-पेट फूलना ,खट्टी डकार आना , बदबूदार सांस
-कब्ज़-जी मिचलाना उल्टी जैसा महसूस होना
-खाने के बाद पेट में भारीपन लगना,बार-बार डकारें आना-ऐसा महसूस होना जैसे खाना हमारे मुँह में वापस आ जाएगा
एसिडिटी के सामान्य कारण:-ओवर ईटिंग (जरूरत से ज्यादा खाना)
– बिना टाईम के खा लेना या खाना छोड़ देने के बाद एक दम से खा लेनाश्-बहुत ज्यादा चाय, कॉफी, कोल्ड ड्रिंक, जंक फूड, मसालेदार, ज्यादा तला हु आ खाना आदि शामिल होता है।
– अगर किसी व्यक्ति को पहले से अल्सर, गैस्ट्रो-ओसोफेजियल और रिफ्लक्स (जीईआरडी) जैसी बीमारियाँ पहले से है तो वह एसिडिटी का शिकार जल्दी होगा या उसे एसिडिटी की समस्या ज्यादा होगी-बिगड़ा हुआ डेली रुटीन बहुत अधिक सोना या कम सोना, ज्यादा तनाव लेना, धूम्रपान करना, शराब पीना आदि माना जा रहा है।
Black Cumin काला जीरा : एसिडिटी से राहत पाने के लिए काले जीरे को सीधे चबालें या 1 चम्मच एक गिलास पानी में उबालकर पीने से एसिडिटी से राहत मिलती है। (यह सामान्य जीरे से पतला और रंग में बिल्कुल काला होता है) काला जीरा गैस्ट्रो-प्रोटेक्टिव होता है और एसिडिटी के लक्षण जैसे सीने और पेट में जलन व दर्द, कब्ज को कम किया जा सकता है।
Almonds: बादाम : बादाम न्यूट्रिएंट्स और फाइबर से भरपूर होते हैं, जो सीने में जलन के को कम करने और एसिड को बनने से रोकता है। बादाम नुट्रिएंट्स और फाइबर्स से भरपूर होता हैं और मानव शरीर के लिए अच्छे माना जाते हैं, इसलिए इस बात पर विश्वास करने में आश्चर्य होगा की वह एसिड रिफ्लक्स को रोकने में व पेट के मजबूत एसिड को बैलेंस करने में मदद करता है क्योंकि आज के दौर में एसिडिटी आम बीमारियों में से एक माना जाता है।