इजराइल और हमास की जंग का आज 11वां दिन तक पहुंच चुका है। इजराइल को मदद का भरोसा दिलाने को लेकर जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज तेल अवीव पहुंच चुके हैं। वो इजराइली PM बेंजामिन नेतन्याहू और प्रेसिडेंट इसाक हर्जोग से मुलाकात के साथ देखा जाए तो जर्मनी के उन परिवारों से भी मिलेंगे, जिनके परिजन हमास के कब्जे में लिया गया है।
अमेरिका अपने 11 हजार सैनिक इजराइल में तैनात किया जा सकता है। वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक ये सैनिक सीधे युद्ध नहीं लड़ेंगे, बल्कि इजराइल की सेनाओं को टेक्निकल और मेडिकल सपोर्ट देने वाले हैं। इस बीच अमेरिकी आर्मी के चीफ माइकल एरिक कुरिला भी इजराइल पहुंच चुके हैं।
दूसरी तरफ ईरान ने इजराइल और उसका समर्थन करने वाले देशों को कड़ी चेतावनी दी गई है। ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खुमैनी ने मंगलवार को कहा कि अगर इजराइल ने गाजा में बमबारी बंद नहीं की, तो दुनिया मुस्लिम फोर्सेज को रोक नहीं पाएगी।
इजराइल में 7 अक्टूबर को हमाल के हमले के साथ देखा जाए तो ही इजराइली सेनाएं गाजा पर लगातार बम बरसाया जा रहा है। ये हमले दक्षिणी गाजा के खान यूनिस और राफाह में किया गया है। जानकारी मिली है कि 24 घंटे में वहां 70 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं। जंग में अब तक इजराइल के 1400 लोग, गाजा के 2808 लोग और वेस्ट बैंक के 57 लोग मारे गए हैं।