देश की दिग्गज आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) आजकल एक अजीब समस्या में है। कंपनी की महिला कर्मचारी लगातार इस्तीफे दे रहीं हैं। टीसीएस महिलाओं को खूब नौकरी देने में प्रसिद्ध है। कंपनी कार्य बल में लैंगिक विविधता के हिसाब से महिलाओं को प्राथमिकता देती है। टीसीएस के कुल कर्मचारियों में केवल महिलाओं की संख्या 35 फीसदी है। कंपनी का कहना है कि महिलाओं के तेजी से इस्तीफे देने की एक वजह टीसीएस द्वारा घर से काम को खत्म करना है।
टीसीएस के मानव संसाधन विभाग के प्रमुख मिलिंद लक्कड़ का कहना है कि घर से काम खत्म होने के बाद से महिला कर्मचारी द्वारा ज्यादा इस्तीफे दिए गए हैं। लक्कड़ का कहना है कि इस्तीफे के और भी कारण हो सकते हैं, लेकिन प्रमुख कारण यही है। साथ ही उन्होंने यह भी साफ किया कि महिला कर्मचारियों के इस्तीफा देने के पीछे भेदभाव जैसा कोई कारण नहीं है। आमतौर पर टीसीएस में महिलाओं के इस्तीफा देने की दर पुरुषों से काफ़ी कम रहती है। लेकिन, अब यह पुरुषों से ज्यादा हो गई है।
कार्यालय नहीं आना चाहते हैं कर्मचारी
लक्कड़ का कहना है कि कोरोना महामारी के मद्देनजर शुरू की गई घर से काम कि सुविधा की वजह से महिलाओं को कामकाज में काफी आसानी हुई थी। घर पर उन्होंने काफी जिम्मेदारियां उठानी शुरू कर दीं थी। अब जब ये सुविधा बंद हो गई है तो बहुत-सी महिलाओं को वापस कार्यालय आकर काम करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए वे इस्तीफे दे रही हैं।
टीसीएस में करीब 6 लाख से भी अधिक लोग काम करते हैं।इनमें से 35 प्रतिशत महिलाएं हैं। वित्त वर्ष 2023 में कंपनी ने जितने कर्मचारियों को काम पर रखा उनमें 38.1 फीसदी महिलाएं थी। वित्त वर्ष 2023 में लगभग एक चौथाई नेतृत्व पद भी महिलाओं के पास ही थे। बता दें कि पिछले वित्त वर्ष के मध्य में टीसीएस के कर्मचारी की नौकरी छोड़ने की दर 20 प्रतिशत से अधिक पर पहुंच गई थी।
सभी कंपनियों के साथ है दिक्कत
कर्मचारियों को घर से काम बहुत रास आया है। अब जो भी कंपनी घर से काम समाप्त कर रही है। उस कंपनी में इस्तीफे बढ़ते जाते हैं। भारत ही नहीं पूरे विश्व में अब घर से काम एक नया सामान्य बन गया है। अमेरिका में तो एक सर्वे में सामने आया कि 25 फीसदी कर्मचारी कभी भी कार्यालय में जाकर काम न करने का मन बना चुके हैं।
आशीष ठाकुर – हिमाचल प्रदेश