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एफआईपीआईसी की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कहा विकासशील देशों का अगुआ

पापुआ न्यू गिनी: भारत गणराज्य के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की अपनी विदेश यात्रा के दूसरे चरण हेतु रविवार को हिंद-प्रशांत महासागर क्षेत्र के एक टापू देश पापुआ न्यू गिनी में एपीईसी हाउस पहुंचे। जहां पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारापे ने प्रधानमंत्री मोदी के चरण-स्पर्श कर उनका भव्य अभिनंदन किया। भारतीय प्रधानमंत्री मोदी ने पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री मारापे के संग द्विपक्षीय बैठक की। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने प्रधानमंत्री मारापे के साथ तीसरे भारत-प्रशांत द्वीप समूह सहयोग शिखर सम्मेलन (एफआईपीआईसी) की सह-अध्यक्षता की। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी 14 प्रशांत द्वीप देशों के शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोविड महामारी का असर ग्लोबल साउथ के देशों पर सबसे ज्यादा पड़ा है। जलवायु परिवर्तन (क्लाइमेट चेंज), प्राकृतिक आपदाएं (नेचुरल डिजास्टर्स), भुखमरी (हंगर), गरीबी (पॉवर्टी) और स्वास्थ्य (हेल्थ) से संबंधित चुनौतियां पहले से ही थीं और अब नई मुश्किलें पैदा हो रही हैं जैसे ईंधन (फ्यूल), खाद (फर्टिलाइजर) और फार्मा। इसकी आपूर्ति में बाधाएं आ रही हैं। जिन्हें हम अपना मानते थे मालूम पड़ा कि आवश्यकता पड़ने पर वे हमारे साथ नहीं थे। इस मुश्किल वक्त में पुराना वाक्य साबित हुआ कि ‘ए फ्रेंड इन नीड इज ए फ्रेंड इन डीड’ अगर इसका हिंदी अनुवाद किया जाए तो बनेगा ‘एक दोस्त जरूरत में ही वास्तव में दोस्त है’।

आगे प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत अपनी क्षमताओं के हिसाब से सभी साथी देशों की सहायता करता रहा है। मैंने पूर्व में भी कहा है कि मेरे लिए आप बड़े महासागरीय देश हैं, छोटे द्वीप राज्य नहीं। आपका महासागर ही भारत गणराज्य को आपके साथ जोड़ता है। भारत ग्लोबल साउथ की परेशानियों को उनकी अपेक्षाओं व उनकी इच्छाओं को जी-20 के जरिए पूरी दुनिया के सामने पहुंचाना अपना कर्तव्य मानता है। पिछले दो दिवस में जी-7 सम्मेलन में भी मेरी यही कोशिश थी। जलवायु परिवर्तन (क्लाइमेट चेंज) के मुद्दे पर भारत के महत्वाकांक्षी लक्ष्य आगे रखे हैं। मुझे प्रसन्नता है कि हम इन मुद्दों पर तेज गति से कार्य कर रहे हैं।

पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मरापे ने कहा कि हम दुनिया की ताकतों के शिकार हैं। आप (पीएम मोदी को संबोधित करते हुए) ग्लोबल साउथ के अधिनायक हैं। हम दुनिया के मंचों पर आपके (भारत गणराज्य को संबोधित करते हुए) अगुवाई का समर्थन करेंगे। वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज हम ईंधन, भोजन, उर्वरक (रासायनिक खाद) और फार्मा की आपूर्ति की श्रृंखला में बाधा देख रहे हैं। जिन पर हमने यकीन किया, वे आवश्यकता पड़ने पर हमारे साथ नहीं खड़े रहे।

प्रधानमंत्री मोदी ने तमिल पुस्तक का किया विमोचन 

इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने पापुआ न्यू गिनी में ‘थिरुक्कुरल’ पुस्तक के टोक पिसिन अनुवाद का विमोचन किया।

पापुआ न्यू गिनी के महाराज्यपाल से मिले पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पापुआ न्यू गिनी के महाराज्यपाल (गवर्नर-जनरल) सर बॉब डाडे से भेंट की। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पापुआ न्यू गिनी में अपने दिन का आरंभ ऐतिहासिक गवर्नमेंट हाउस में महाराज्यपाल सर बॉब डाडे के साथ गर्मजोशी से बातचीत के साथ की। दोनों देशों के मध्य भारत-पापुआ न्यू गिनी रिश्तों तथा विकास साझेदारी के महत्व को रेखांकित किया।

प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता को लेकर उत्साहित है अमेरिका 

संयुक्त राज्य अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने जी-20 शिखर सम्मेलन की बैठक से इधर भारतीय विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर से मुलाकात कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका की यात्रा के बारे में चर्चा की। मिलने के पश्चात् ब्लिंकन ने ट्वीट किया, हम जून माह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका में अध्यक्षता को लेकर उत्साहित हैं। यह दौरा अमेरिका व भारत के मध्य गहरी साझेदारी का त्यौहार मानने का मौका है। वहीं, ब्लिंकन के साथ मुलाकात के बारे में डॉ एस जयशंकर ने भी ट्वीट कर कहा कि धन्यवाद विदेश मंत्री ब्लिंकन। अच्छी भेंट रही। प्रधानमंत्री मोदी के दौरे को लेकर उत्साहित हूं।

अमन ठाकुर – हिमाचल प्रदेश