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टाइटन पनडुब्बी को लापता हुए 48 घंटे बीते

वॉशिंगटन: टाइटन पनडुब्बी जो लोगों को टाइटैनिक जहाज के मलबे का दर्शन करवाती है, रविवार की दोपहर से गायब है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, पनडुब्बी में अभी केवल 30 घंटे का ही ऑक्सीजन बचा है। अमेरिकी कोस्ट गार्ड का कहना है कि गुरुवार सुबह से पहले पनडुब्बी में ऑक्सीजन खत्म हो सकता है।

एक एयरक्राफ्ट जो कनाडा के साथ सर्च ऑपरेशन में जुड़ा है, ने सोनार-बॉय की मदद से कुछ आवाजों को पकड़ा है। सीएनएन का दावा है कि ये आवाजें टाइटैनिक के मलबे के निकट से आ रही हैं। ये आवाजें 30 मिनट के अंतराल पर सुनी गईं। 4 घंटे के पश्चात् सोनार ने इन्हें फिर से पहचाना।

अमेरिका और कनाडा ने 3 सी-130 हरक्यूलस एयरक्राफ्ट, एक पी-8 एयरक्राफ्ट और 2 कनाडाई सर्फेस शिप्स के साथ अंडरवाटर रोबोट भी पनडुब्बी की तलाश में लगा दिए हैं। पनडुब्बी में ब्रिटेन के धनी हैमिश हार्डिंग हैं, जो भारत में चीता को पुनर्वास करने में सहायता कर रहे हैं।

पनडुब्बी में फ्रांस के गोताखोर पॉल-हेनरी के साथ-साथ पाकिस्तानी-ब्रिटिश कारोबारी शहजादा दाऊद, उनका बेटा सुलेमान और ओशनगेट कंपनी के सीईओ स्टॉकटॉन रश भी मौजूद हैं। यह पनडुब्बी ओशनगेट कंपनी की है, जो लोगों को टाइटैनिक जहाज का मलबा दिखाती है।

‘टाइटन’ नाम की एक पनडुब्बी जो लोगों को टाइटैनिक का मलबा दिखाती है, रविवार को अटलांटिक महासागर में लापता हो गई है। इसमें 4 यात्री और एक पायलट थे। द गार्जियन अख़बार का कहना है कि 18 जून को पनडुब्बी पानी में उतरे 1 घंटे 45 मिनट के बाद से ही रडार पर दिखाई नहीं दे रही है। पनडुब्बी में 96 घंटे से अधिक का लाइफ सपोर्ट नहीं है। पता भी नहीं है कि पनडुब्बी पानी में है या सतह पर है।

अटलांटिक महासागर में 3800 मीटर की गहराई पर टाइटैनिक जहाज का मलबा पड़ा हुआ है। ये स्थान कनाडा के न्यूफाउंडलैंड के सेंट जोन्स से 700 किलोमीटर की दूरी पर है। पनडुब्बी ‘टाइटन’ भी न्यूफाउंडलैंड से ही मलबे को देखने के लिए निकलती है। ये 2 घंटे में मलबे तक पहुंचती है।

अमेरिका-कनाडा की रेस्क्यू टीम ने 7,600 स्क्वायर मील के इलाके में समुद्र में पनडुब्बी की तलाश की है। मंगलवार को पता चला है कि पनडुब्बी केप कॉड से 900 मील (1,450 किमी) पूर्व में हो सकती है। रेस्क्यू टीम ने पानी में सोनार-बॉय भी लगाए हैं, जो 13 हजार फीट तक की गहराई को मॉनिटर करते हैं। साथ ही व्यावसायिक जहाजों से भी सहयोग मांगा है।

टाइटन सबमर्सिबल एक पनडुब्बी है जो ओशन गेट कंपनी की है। इसका आकार एक ट्रक के समान है। इसकी लंबाई 22 फीट और चौड़ाई 9.2 फीट है। इसे कार्बन फाइबर से बनाया गया है​​​​​​। ये पनडुब्बी 2 करोड़ रुपए प्रति व्यक्ति के हिसाब से टाइटैनिक का मलबा दिखाती है। ये समुद्र में सर्वेक्षण और शोध के कार्य में भी काम आती है। पोलर प्रिंस वेसल के सहारे से पनडुब्बी को पानी में उतारा और संचालित किया जाता है।

फरवरी में यूट्यूब पर टाइटैनिक का मलबा देखने की एक यात्रा का 80 मिनट का वीडियो डाला गया था। इसमें मलबे के सारे हिस्से दिखाए गए थे। मई महीने में जहाज के मलबे का पहला 3-डी स्कैन भी जारी हुआ था। इसमें हाई रेजोल्यूशन फोटोज से मलबे को पुनर्निर्मित किया गया था। इसके लिए डीप सी मैपिंग की तकनीक का प्रयोग हुआ था।

डीप-सी मैपिंग कंपनी मैगलन लिमिटेड और अटलांटिक प्रोडक्शंस ने वर्ष 2022 में जहाज के मलबे को पुनर्निर्मित करने का प्रयास किया। विशेषज्ञों ने अटलांटिक के तल पर 200 से अधिक घंटे में 7 लाख से अधिक फोटोज क्लिक करके स्कैन बनाया। इसके लिए उन्होंने रिमोटली कंट्रोल्ड पनडुब्बी का इस्तेमाल किया। इस प्रोजेक्ट पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी बनाई जा रही है।

अमन ठाकुर – हिमाचल प्रदेश