नई दिल्ली: सोशल मीडिया साइट पर प्रोफाइल पर ब्लू टिक लगा होना बहुत से लोगों को लेकर बात करना शुरू करते हैं। मीडिया की दिग्गज कंपनी ट्विटर ने कुछ दिन पहले ही ब्लूटिक को लेकर नया नियम जारी हो गया था। Twitter ने कहा है कि वेरीफाई टि्वटर अकाउंट को लेकर पैसा देने होते हैं. इसी तरह फेसबुक या अन्य सोशल मीडिया साइट पर BlueTick लगवाने का लोगों में क्रेज बढ़ता जा रहा है।
अब दुनिया की सबसे बड़ी ट्रक कंपनी गूगल के जीमेल ने भी ब्लूटिक (BlueTick) सर्विस शुरू की है. अगर आप भी गूगल के ब्लूटिक (BlueTick) सर्विस का फायदा लेने की योजना बना रहे हैं तो आपको अपना अकाउंट वेरीफाई कराने की जरूरत पड़ जाती है।
गूगल का कहना है कि जीमेल की ब्लूटिक सर्विस से फर्जी ईमेल करने वालों की आसानी से पहचान कर सकते हैं। Gmail में वेरीफाइड जीमेल अकाउंट से आने वाले मैसेज के आगे ब्लू टिक लगा होता है। इससे यूजर्स को पता लग पाएगा कि कौन सा मैसेज फेक है. यह सर्विस बिल्कुल ट्विटर की तरह होने वाली है।
लोगों के मन में सवाल यह है कि क्या गूगल भी ट्विटर की तरह पैसे वसूलने जा रहा है? पिछले कुछ समय में ज्यादातर ऑनलाइन या ऐप आधारित सर्विसेज पेड हो रही हैं. इन कंपनियों की तरफ से प्रीमियम सर्विस के तौर पर कुछ खास फीचर पेश किए जाते हैं जिसके बदले यूजर से चार्ज किया जाता है.
फिलहाल जी मेल फ्री ब्लू टिक सर्विस पेश कर रही है, हालांकि यूजर्स को यह डर सता रहा है कि जीमेल भी अपने BlueTick सर्विस को चार्जेबल बना सकती है. जीमेल शुरुआत में पॉपुलर लोगों या कंपनियों को फ्री ब्लू टिक मार्क दे रही है.
गूगल ने सूचना दी है कि ब्लूटिक को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा. Blue Tick के अगले चरण में फेमस सेलिब्रिटी मीडिया और अन्य लोगों के लिए ब्लू टिक जारी किया जा सकता है. जीमेल पर ब्लूटिक लेने के लिए आपको अकाउंट को वेरीफाई करना होगा. जीमेल पर Blue Tick पाने के लिए मोबाइल और अन्य दस्तावेजों से खुद को वेरीफाई करना पड़ेगा. जीमेल का कहना है कि इससे फर्जी ईमेल को जड़ से खत्म किया जा सकेगा.