मणिपुर में लगातार हो रही हिंसा के बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई जा चुकी है। यह बैठक केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से यह बुलाया गया है। कांग्रेस समेत कई प्रमुख विपक्ष दल इस मुद्दे पर लंबे समय से सर्वदलीय बैठक बुलाने को लेकर मांग कर रहे थे।
शुक्रवार रात को फिर हुई थी फायरिंग
पिछले कई महीनों से आरक्षण को लेकर मणिपुर में हिंसा जारी थी। मैतई और कुकी जाती के लोग एक दूसरे के ऊपर जानलेवा हमला कर रहे थे। केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती के बावजूद घटनाएं कम नहीं हुई हैं। शुक्रवार को एक बार फिर अज्ञात बंदूकधारियों ने फायरिंग की। इसमें किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है।
महिलाओं को ढाल बना रहे उपद्रवी
उपद्रवी खुद को सेना की जवाबी कार्रवाई से बचाने के लिए महिलाओं को अपना ढाल बना रहे हैं। सेना जब कही भी कार्रवाई के लिए जा रही है तो महिलाओं का एक बड़ा समूह सेना की आवाजाही में बाधा डालकर उपद्रवियों की ढाल बनता जा रहा है। भारतीय सेना की स्पीयर कोर ने इस बात की जानकारी दी है।
शांति बहाली के लिए शुक्रवार को भी कई जिलों में तलाशी अभियान जारी हो गया है। सुरक्षा बलों के संयुक्त तलाशी अभियान में अब तक कुल 1,095 हथियार, 13,702 गोला-बारूद और विभिन्न प्रकार के 250 बम बरामद हो चुके हैं। मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने शुक्रवार को कहा कि समझौतों का उल्लंघन करने वाले एसओओ समूहों और सभी सशस्त्र समूहों के खिलाफ पुलिस और केंद्रीय बल बहुत जल्द संयुक्त अभियान शुरू करने वाले हैं।
मणिपुर में ही हो शांति वार्ता
केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से सर्वदलीय बैठक बुलाए जाने को लेकर कांग्रेस की भी प्रतिक्रिया आई। पार्टी के सेक्रेटरी जनरल के सी वेणुगोपाल ने कहा कि मणिपुर हिंसा को लेकर हो रही सर्वदलीय बैठक मणिपुर में ही हो। इसका दिल्ली या अन्य किसी दूसरे जगह पर होने से प्रदेश को कोई फायदा नहीं मिल रहा है।