• Thu. May 2nd, 2024

पहलवनों ने ख़त्म किया अपना आंदोलन

पानीपत: पहलवानों का प्रदर्शन जो भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के विरोध में हो रहा था, उसे खत्म कर दिया गया है। साक्षी मालिक, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया जैसे महिला-पुरुष पहलवानों ने रात को इसकी सूचना दी। उन्होंने कहा है कि अब से हम सड़क पर नहीं, कोर्ट में मुकदमा चलाएंगे। हमें सत्य प्राप्त होने तक हमारी संघर्ष-लहर जारी ही रहेगी।

साक्षी का कहना है कि 7 जून को सरकार से बातचीत हुई। सरकार ने पहलवानों की मांगों पर अमल किया और महिला कुश्ती खिलाड़ियों द्वारा महिला उत्पीड़न और यौन शोषण के मामलों में एफआईआर दर्ज कराई।

15 जून को दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट कोर्ट में पेश कर दी है, जिससे पहलवानों का मुकदमा सड़क से न्यायलय में पहुंच गया है। कुश्ती संघ में सुधार के लिए नए चुनाव की प्रक्रिया भी आरंभ हो चुकी है, जिसकी तारीख 11 जुलाई है। सरकार के वादों का पालन होने की पहलवानों को अभी भी आशा है।

विनेश फोगाट का अगले माह बुडापेस्ट में पॉलीक इमरे और वर्गा जानोस मेमोरियल प्रतियोगिता में भाग लेना है। उन्हें अपने पसंदीदा कोच और फिजियो का साथ मिला है। यह प्रतियोगिता कुश्ती की 2023 की सालाना रैंकिंग सीरीज का चौथा और आखिरी पड़ाव है। 10 माह के पश्चात् मैट पर लौटने हेतु, विनेश को एडहॉक कमेटी और सरकार के संस्थागत समर्थन मिला है।

भारत को एशियाई खेलों और विश्व चैंपियनशिप में हमेशा ही अच्छा प्रदर्शन करने का लक्ष्य होता है। इसलिए, 6 प्रदर्शनकारी पहलवानों के साथ, भारतीय ओलिंपिक संघ (आईओए) का एडहॉक पैनल ने इन दो महत्वपूर्ण प्रतियोगिताओं के लिए चयन प्रक्रिया को सरलीकृत कर दिया है। इन पहलवानों को केवल ट्रायल में प्रतिद्वंदी को परास्त करके, भारतीय टीम में स्थान प्राप्त करना होगा।

विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, संगीता फोगाट, सत्यव्रत कादियान और जितेंद्र किन्हा जैसे 6 पहलवानों को प्रारंभिक ट्रायल में सम्मिलित होने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि उन्हें यह सुनिश्चित कर दिया गया है कि 5 से 15 अगस्त के बीच, वे ट्रायल के विजेताओं से मुकाबला करेंगे।

बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोप हैं, जिनके विरोध में पहलवान पिछले पांच महीनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। पहलवानों की मांग है कि बृजभूषण को गिरफ्तार किया जाए। सुप्रीम कोर्ट में मामला चल रहा है। दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण के खिलाफ 2 एफआईआर दर्ज की है।

बालिग पहलवानों ने यौन उत्पीड़न की शिकायत करके पहली एफआईआर दर्ज कराई थी। 15 जून को 1500 पन्नों की चार्जशीट इस मामले में पेश की गई थी। 27 जून को सांसद-विधायक कोर्ट में इस मामले की सुनवाई होनी है।

नाबालिग पहलवान की शिकायत पर दूसरी एफआईआर दर्ज हुई थी। लेकिन, बाद में उसने एफआईआर में अपने सभी आरोपों को समाप्त कर दिया। 15 जून को, दिल्ली पुलिस ने क्लोजर रिपोर्ट न्यायलय में पेश करके, नाबालिग पहलवान के केस को बंद करने का अनुरोध किया। अदलात में इसकी सुनवाई होनी है।

अमन ठाकुर – हिमाचल प्रदेश 

Related Post