तालिबान के उत्पीड़न से बचने के लिए लोग अपनी जान पर खेल कर देश छोड़ने के लिए तैयार है। तालिबान के शासन से सबसे ज्यादा डर महिलाओं को हैं। महिलाओं को डर है कि बीते सालों में मिले अधिकार अब उन से छीन लिए जाएंगे। एक तरफ जहां तालिबान के डर से देश छोड़ रहे हैं। अफगान महिलाओं को तालिबान लड़ाकों से घिरे हुए काबुल की एक सड़क पर कुछ पोस्टर पकड़े देखा जा सकता है। महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा, काम करने का अधिकार, शिक्षा का अधिकार और राजनीतिक भागीदारी के अधिकार सहित अपने अधिकारों की मांग करते हुए सुना जा सकता है। टोलो न्यूज ने तालिबान के आते ही कुछ समय के लिए हटाने के बाद एक बार फिर महिला एंकरों को स्क्रीन पर बुला लिया है। रविवार को काबुल पर तालिबान द्वारा कब्जा किए जाने के बाद कई महिलाएं अपनी जान और सुरक्षा के डर से अफगानिस्तान से भाग गईं। तालिबान ने मंगलवार को इस्लामी कानून के तहत महिलाओं के अधिकारों का सम्मान करने का वादा किया और अपना विरोध करने वालों को माफी देने तथा सुरक्षित अफगानिस्तान सुनिश्चित करने की घोषणा की।
सतीश कुमार (ऑपरेशन हेड, साउथ इंडिया)