कोविड-19 की वजह से वर्क फ्रॉम होम का कल्चर डेवलप हुआ है। हालांकि, अब ज्यादातर कंपनियां एम्पलाई को वापस बुलाने की तैयारी में हैं। इधर मैकेंजी की नई रिपोर्ट के मुताबिक, हाई अर्निंग एम्पलाई अब फुल टाइम ऑफिस नहीं जाना चाहते। कोरोना की नई लहर लौटने के चलते वे ‘होम नेस्टिंग’ यानी घर से ही काम करना चाहते हैं।
मैकेंजी ग्लोबल इंस्टीट्यूट ने अपनी स्टडी में कहा कि कोविड-19 महामारी दोबारा तेजी से लौट सकती है। जिसकी वजह से ऑनलाइन ग्रॉसरी शॉपिंग और वर्चुअल हेल्थकेयर अपॉइंटमेंट्स में भी बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।
मैकेंजी ग्लोबल इंस्टीट्यूट के पार्टनर, जाना रेम्स ने कहा, “हम यह नहीं देख रहे हैं कि कंज्यूमर क्या चाहते हैं, बल्कि कंपनियां क्या पेशकश करती हैं और रेलिंग सरकारें उन विकल्पों के आसपास क्या करने जा रही हैं।” मैकेंजी के मुताबिक, सभी वर्ग आय और उम्र के लोगों पर इसका प्रभाव पड़ेगा। चीन, फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन और अमेरिका के कंज्यूमर से किए गए सर्वे के आधार पर रिपोर्ट ने महामारी की वजह से होने वाले खर्च का एनालिसिस किया गया है।
वर्चुअल हेल्थकेयर
- रिपोर्ट के अनुसार, जर्मनी में वर्चुअल हेल्थकेयर विजिटिंग में 10 गुना, अमेरिका में 25 गुना और फ्रांस में 50 गुना वृद्धि हुई। मैकेंजी ने अलर्ट करते हुए कहा कि क्या वर्चुअल हेल्थकेयर जारी रहता है, ये इस बात पर निर्भर करता है कि रेगुलेटर और बीमाकर्ता नियमों में अस्थायी ढील देने के लिए तैयार हैं।
- डॉक्टरों ने टेलीहेल्थ सेवाओं के लिए निवेश और मांग में वृद्धि देखी है, जिससे क्षेत्र में महामारी को रोकने के लिए बुनियादी ढांचा तैयार हो रहा है। NYU लैंगोन हेल्थ में वर्चुअल अर्जेंट केयर के मेडिकल डायरेक्टर, डॉक्टर विराज लकड़ावाला ने कहा कि उन्होंने नॉन-कोविड मामलों के वर्चुअल अपॉइंटमेंट्स में बीते साल 200% की वृद्धि देखी है। उन्हें उम्मीद है कि ये आगे भी जारी रहेगी।
ऑनलाइन शॉपिंग
- रिपोर्ट के अनुसार, कई देशों में कुल किराना खर्च का ऑनलाइन हिस्सा पिछले साल की तुलना में दोगुना हो गया। वहीं, अमेरिका और ब्रिटेन में लगभग 10% की बढ़ोतरी हुई।
- जर्मन फूड किट बनाने वाली कंपनी हैलोफ्रेश के को-फाउंडर और सीईओ, डोमिनिक रिक्टर ने कहा, “हमने कंज्यूमर के नॉन-रिवर्सेबल फंडामेंटल में बदलाव देखा है कि फूड के लिए वो कैसे खरीदारी करते हैं।”
- ऐसे कई पुराने दुकानदार जो ई-किराना खरीदारी का उपयोग करने में संकोच करते थे, आवश्यकता ने उन्हें इसके लिए मजबूर किया। महामारी के बाद उन्हें भी पता चला कि ऑनलाइन खरीदारी में संभावनाए हैं।
होम एंटरटेनमेंट
- 5 देशों के 60% से अधिक कंज्यूमर्स ने कहा कि उन्होंने सिनेमा और थिएटर में लंबे इंतजार के चलते कुछ होम एंटरटेनमेंट सर्विसेज यानी ओटीटी प्लेटफॉर्म को बनाए रखा है।
- टोनी अवॉर्ड से सम्मानित निर्माता और थिएटर स्ट्रीमिंग सेवा ब्रॉडवे HD के को-फाउंडर, बोनी कोमले ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि महामारी के बाद डिजिटल सब्सक्रिप्शन सर्विस पॉपुलर रहेगी। खासकर ऐसे लोग जो इन-पर्सन टिकट का खर्च नहीं उठा सकते, वे इसका इस्तेमाल करते रहेंगे। उन्हें इस बात का विश्वास है कि लाइव थिएटर की जल्द वापसी होगी, लेकिन होम एंटरटेनमेंट सर्विसेज जारी रहेंगी।
ट्रैवल
- मैकेंजी के सर्वे में पांच में से एक कंज्यूमर ने कहा कि फुर्सत के दिनों में ट्रैवल उन एक्टिविटी में से एक थी जो महामारी के बाद फिर से शुरू होना था। हालांकि, क्या रूट और कीमतें अभी भी उपलब्ध हैं, इसकी जानकारी नहीं है।
- मैकेंजी को उम्मीद है कि महामारी के बाद बिजनेस ट्रैवल 20% तक गिर जाएगा, जिससे एयरलाइन्स पर लागत बढ़ाने का दबाव बनेगा। रिपोर्ट में कहा है कि सिर्फ 10% सीट की मांग ने 55-75% मुनाफा कमाया। हालांकि, इसके बाद भी हवाई यात्रा की मांग कम नहीं होगी। कंपनियों को कीमतों के लिए मजबूर होना पड़ सकता है।
रिमोट एजुकेशन
- मैकेंजी ने कहा कि जिन बच्चों की एजुकेशन महामारी से बाधित हुई थी ऐसे 1.6 बिलियन (करीब 106 करोड़) बच्चों की ऑनलाइन एजुकेशन के लिए अस्थाई समाधान किया गया। हालांकि, बच्चों और शिक्षकों द्वारा खराब अनुभव रिपोर्ट किए गए हैं। साथ ही, लो और हाई इनकम फैमिली के बच्चों के बीच अटेंमंट गैप नजर आया।