नई दिल्ली:अनियंत्रित धड़कन (एट्रियल फिब्रिलेशन) के कारण होने वाले हार्ट अटैक की वजह से दुनिया में बहुत लोगों की जान जा रही है। हृदय से जुड़ी ऐसी समस्याओं की जांचें तो महंगी हो चुकी है, लेकिन इन्हें गैजेट्स की मदद से आसान तरीकों से डिटेक्ट करने की सुविधा मिल रही है।
ये हैं खासियत
ये वियरेबल प्रोडक्ट्स 7500 से भी अधिक शारीरिक व व्यावहारिक संकेतों को आसानी के साथ रिकाॅर्ड किया जा सकता है।
वियरेबल्स व एआइ, समय पूर्व निदान, व्यक्तिगत उपचार, गंभीर रोगों का प्रबंधन जैसे तीन बड़े तरीकों से हैल्थकेयर में बदलाव आसानी से कर सकते हैं।
किसी बुजुर्ग का संतुलन बिगडऩे पर सेंसर शुरुआत में ही अलर्ट देना शुरु कर देता है। स्मार्ट रिंग माहवारी से जुड़े संकेत देकर गर्भधारण करने के दौरान सहायता मिल जाती है।
लगातार मॉनिटरिंग
स्मार्ट व एडवांस्ड वियरेबल्स हार्ट रेट को हर समय मॉनिटर करना शुरु कर दिया है। एट्रियल फिब्रिलेशन के मामलों में अनियमित हार्ट रेट को तुरंत डिटेक्ट कर लेते हैं। ये शॉक देकर सामान्य भी किया जा सकता है।
प्रोफेशनल्स का अपना महत्त्व
हालांकि इससे हैल्थकेयर प्रोफेशनल्स का महत्त्व कम नहीं होता, बल्कि स्मार्ट वियरेबल प्रोडक्ट्स तक सही समय पर सही जानकारी पहुंच जाती है। इससे इलाज में मदद मिल जाती है।
इस तरह समझना होगा तरीका
एक जर्मन ट्रायल के अनुसार, स्मार्ट वियरेबल्स का इस्तेमाल करने वाले हृदय रोगियों की मृत्यु दर में कमी आना शुरु हो चुकी है। साथ ही उन्हें अस्पताल में अपेक्षाकृत एक तिहाई दिन कम बिताना पड़ना शुरु हो चुका है। इसी तरह एक हजार कदम (0.7 किमी.) और चलने से मृत्यु दर में 6-36त्नकमी आती है।