हिमाचल के किसानों को इस सीजन भूस्खलन और भारी तबाही का सामना करना पड़ा है, जिसके कारण पैदावार भी कम है और सेब की क्वालिटी भी बेहतर नहीं है। ऐसे में अदाणी एग्री फ्रेश लोकल मंडी के 75 से 85 रुपए प्रति पेटी सेब खरीद के एवज में 110 रुपए तक सेब खरीद रही है। अदाणी की इस पहल से सेब के दाम अच्छे मिलने के साथ-साथ किसानों को कम गुणवत्ता वाले सेबों को भी बेचने का मौका मिल रहा है। हालांकि, लोकल कुछ लोगों की ओर से अदाणी को लेकर कई तरह की भ्रामक अफवाहें फैलाई गई, लेकिन किसानों ने अदाणी का समर्थन किया। दरअसल, इस साल सेब किसानों को राहत देने के उद्देश्य से अदाणी ने दो बार सेब के दाम बढ़ाए हैं, साथ ही, स्टोरेज सेंटर्स को सर्वसुविधा युक्त तैयार किया है, ताकि दूर दराज से आने वाले किसानों को ठहरने में कोई असुविधा ना हो।
मौसम की मार झेल रहे हिमाचल प्रदेश के सेब बागवानों पर सियासत अपना रंग दिखाने लगी है। कांग्रेस पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्विटर के जरिए अदाणी पर सेब के दाम गिराने और बागबानों को तोडऩे का आरोप लगाया है। हालांकि, स्थानीय मंडी से प्रतिस्पर्धी दामों के कारण बड़ी संख्या में सेब किसान अदाणी के सीए स्टोरेज सेंटर्स (कंट्रोल एटमॉस्फियर स्टोरेज) पहुंचकर सेबों की बिक्री कर रहे हैं। ठियोग के सैंज, रोहड़ू के मेंहदली और रामपुर के बिथल में बने स्टोर्स में लगभग 10 दिन के भीतर कुल 5000 मीट्रिक टन से अधिक सेब खरीदी हो चुकी है। दरअसल, अदाणी ने पिछले सीजन की तुलना में इस बार 19 रुपए बढ़ाकर दाम खोले थे, जिसके परिणामस्वरूप किसान प्रति किलो 25 से 30 रुपए बचाने में सक्षम रहे। इसी कारण, प्रदेश के अधिकतर सेब उत्पादकों ने अदाणी को सेबों की बिक्री की।