नई दिल्ली:बिपरजॉय तूफान (Biparjoy Cyclone) ने गुजरात से सटे राजस्थान के बाड़मेर और जालोर (Barmer and Jalore) जिले में कहर बरपाना शुरु कर दिया है। दोनों जिलों में बीते दो दिन से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण बाढ़ के हालात हो चुके हैं। जालोर क्षेत्र के सांचौर क्षेत्र का सुरावा बांध टूटना शुरु हो गया है।
बिपरजॉय तूफान के कारण यहां हो रही भारी बारिश से इस रेगिस्तानी इलाके में चारों तरफ पानी ही पानी हो चुका है। लगातार बढ़ते पानी के स्तर के कारण कई तरह की परेशानियां भी हो रही हैं। हालांकि लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है लेकिन बारिश नहीं थमने के कारण हालात बेकाबू होते हो चुके हैं। जोधपुर और उदयपुर में बारिश का दौर चल रहा है. राजधानी जयपुर में सुबह साढ़े दस बजे बारिश शुरू हो चुकी है।
मौसम विभाग के अनुसार बाड़मेर में शनिवार में शनिवार को सुबह आठ बजे से लेकर रविवार को सुबह छह बजे तक कई इलाकों भारी से भारी बारिश दर्ज हुई है। बाड़मेर के चौहटन में इस दौरान 266 और धोरीमन्ना में 256 एमएम पानी गिर चुका है. इन दोनों ही इलाकों में दस-दस इंच ज्यादा बारिश दर्ज हो चुकी है। उसके अलावा सेड़वा में 188 एमएम, धनाऊ में 183, बालोतरा में 172, सिवाना में 142, गुढ़ामालानी में 136, समदड़ी में 126 और पचपदरा में 106 एमएम बारिश तक पहुंच गया है।
लगातार हो रही बारिश के कारण हालात भयावह हो चुके हैं। हालांकि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के साथ ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी रेस्क्यू ऑपरेश में जुटे हैं लेकिन हालात धीरे-धीरे बेकाबू हो रहे हैं।
जलभराव की आशंका के कारण पहले ही काफी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया था लेकिन पानी अनुमान से ज्यादा आने के कारण कई गांव और कस्बे जलमग्न हो गए हैं. घरों और सरकारी कार्यालयों में पानी भर जाने से लोगों भारी परेशानियों का सामना करना पड़ चुका है।
कुछ ऐसे ही हालात जालोर जिले के हैं. भारी बारिश के कारण जालोर के रानीवाड़ा उपखंड मुख्यालय से कई गावों का संपर्क टूट चुका है. भीनमाल रानीवाड़ा सांचौर रोड बंद हो चुका है। रानीवाड़ा, भीनमाल और चितलवाना में बाढ़ के हालात हो रखे हैं. इलाके के नदी नाले उफान पर होने की वजह से प्रशासन ने एहतियातन वहां बैरिकेट्स लगाया गया है।
कई जगहों पर बड़े पेड़ों के गिरने से भी आवाजाही बंद हो गई है. सांचौर क्षेत्र सुरावा बांध टूट गया है. वहीं इसी इलाके के पांचना बांध में भी लीकेज की सूचना है. उसके बाद वहां प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. गनीमत है कि वहां से अभी तक किसी प्रकार की जनहानि की कोई सूचना नहीं मिली है।