कई ऐसे पेड़-पौधे हैं, जिनके जड़, तना, पत्ती, फूल और फल आयुर्वेद के हिसाब से बेहतर समझा जा रहा है। जिसका इस्तेमाल कई गंभीर बीमारियों से छुटकारा दिलाने के लिए औषधी के रुप में होता है। ऐसी ही औषधीय गुणों से भरपूर है कैथा फल। कैथा का वानस्पतिक नाम लिमोनी एसिडिसिमा रहता है। यह फल बेल पत्थर की तरह दिखता है। जो हाथियों को बेहद पसंद होता है। इसलिए कई जगहों पर हाथी सेब के नाम से भी मशहूर समझा जा रहा है।
कैथा फल का नाम आपने जरूर सुनते रहते हैं। इसका इस्तेमाल जड़ी बूटी के रूप में किया जाता है। इसमें आयरन, कैल्शियम, फोस्फोरस और जिंक पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। इसमें विटामिन बी1 और बी2 भी पाया जाता है। यह फल बाजार में करीब 10 रुपए में मिलना शुरु हो गया है।
कैथा के सेवन के लाभ
कैथा का सेवन डायबिटीज में लाभदायक होती है। कैथे के पेड़ से निकलने वाले फेरोनिया गूंदा मधुमेह रोगियों के लिए रामबाण दवा की तरह है। यह फल रक्त चीनी के लेवल को बनाए रखने में सहायता करता है। इसके सेवन से रक्त में ग्लूकोज का स्तर कम होता है। यह इंसुलिन सेल्स को भी बढ़ाने में मदद कर रहा है।
कोलेस्ट्रॉल करे कंट्रोल
कैथे का सेवन हाई कोलेस्ट्रॉल के मरीजों को लेकर अहम होता है। कैथा में पाया जाने रफेज और फाइबर नसों में जमा कोलेस्ट्रॉल को सोखता है और इसे शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है। इसमें मौजूद विटामिन सी ब्लड वेसेल्स को चौड़ा करने में मदद कर रहा है और खून की रफ्तार को बेहतर बनाता है। हाई कोलेस्ट्रॉल के मरीजों को कैथा का सेवन करने की जरुरत है।