नई दिल्ली:दशहरा का पर्व देशभर में धूमधाम से मनाने के लिए काफी मशहूर हो गया है। लेकिन मैसूर के दशहरा की अलग ही रौनक देखने को मिलती है। यहां दशहरा का पर्व पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है इसलिए मैसूर का दशहरा पूरे विश्व में प्रसिद्ध माना जा रहा है। दशहरा या विजयादशमी का पर्व पर मैसूर का राज दरबार आम लोगों को लेकर खोला जा रहा है।
कर्नाटक के शहर मैसूर में दशहरे का आयोजन दस दिन के लिए किया जा रहा है और इस त्योहार में लाखों की तादात में पर्यटक शामिल होते हैं। इस दशहरा को स्थानीय भाषा में दसरा या नबाबबा कहा जा रहा है। इस उत्सव की शुरुआत देवी चामुंडेश्वरी मंदिर में पूजा अर्चना के साथ शुरू होती है। चामुंडेश्वरी देवी की पहली पूजा शाही परिवार करता है। इस पर्व में मैसूर का शाही वोडेयार परिवार समेत पूरा मैसूर शहर शामिल होता है।
मैसूर के दशहरे में 10 दिन तक खास लाइटिंग की जा रही है। इस मौके पर कई तरह की प्रदर्शनियां निकलती हैं और कई तरह के धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं। मैसूर पैलेस को जहां एक लाख से अधिक बल्ब के साथ खूबसूरत बनाया जाता है, वहीं चामुंडेश्वरी पहाड़ियों को 1.5 लाख बल्बों के साथ प्रकाशमय किया जाता है। महल के सामने मैदान में एक दसारा प्रदर्शन का भी आयोजन होता है।