जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर रविवार को हुए ड्रोन हमले के बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई है। दरअसल रविवार को ड्रोन से हुए हमले के बाद आर्मी बेस के नजदीक पिछले दो दिन से लगातार ड्रोन देखे गए हैं। आर्मी ने जैसे ही ड्रोन को मंडारते देखा वैसे ही उसपर फायरिंग भी की है। जिसके बाद ड्रोन वहां से उड़कर गायब हो गए है। आर्मी बेस के नजदीक ड्रोन के हमले और उसके बाद भी उसके देखे जाने के बाद स्टेशन की सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी गई है। सुरक्षा पुख्ता करते हुए एयरबेस के नजदीक एंटी-ड़्रोन सिस्टम और जैमर भी लगा दिया गया है।
सूत्रो के अनुसार एनएसजी की ओर से एंडी ड्रोन-सिस्टम लगाया गया है। इसके अलावा ड्रोन्स को मार गिराने के लिए एंटी ड्रोन गन्स की भी तैनाती की गई है। इसकी मदद से किसी भी ड्रोन को जो संदिग्ध पाया जाएगा से मार गिराया जा सकता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ड्रोन से हुए हमले को रोकने तथा ड्रोन से किसी भी प्रकार के खतरे को रोकने के लिए यह सिस्टम लागू किया गया है। इसके लिए ही रेडियो फ्रिक्वेंसी डिटक्टर और सॉफ्ट जैमर भी लगाया गया है। रविवार को हुई ड्रोन अटैक के बाद से ही जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों को अलर्ट कर दिया गया था। पाकिस्तान समर्थित यह पहला ऐसा आतंकी हमला था जिसमें ड्रोन से भारत में अटैक किया गया हो। इस अटैक के बाद से सुरक्षा बलों की चिताएं भी बढ़ गई हैं। आतंकवादियों द्वारा प्रयोग किए गए इस तकनीक ने सुरक्षा बलों को भी हैरान कर दिया था। ड्रोन से हुए अचानक हमले के बाद भी लगातार दो दिनों तक जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में ड्रोन देखे गए हैं।
एयरबेस पर हुए हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कल राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ एक उच्च् स्तरीय मीटिंग भी बुलाई थी। यह मीटिंग लगभग दो घंटे तक चली थी। इस मीटिंग में ही एंटी ड्रोन सिस्टम लगाने की बात हुई थी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस मीटिंग में ही फैसला लिया गया की जम्मू-कश्मीर में एंटी ड्रोन सिस्टम और जैमर लगाया जाएगा।
सौरव कुमार