व्हाइट फंगस के बाद येल्लो फंगस नाम की बला भी सामने आई। इन सब के बाद अब ग्रीन फंगस नाम का खतरनाक संक्रमण सामने आया है। इंदौर में एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया है कि कोरोना से ठीक हुए एक मरीज में ग्रीन फंगस की सूचना मिली है।कोरोना से ठीक हुए मरीज का परीक्षण इस संदेह में किया गया कि कहीं उसे ब्लैक फंगस न हो. लेकिन इसके बजाय उनके साइनस, फेफड़े और रक्त में ग्रीन फंगस का संक्रमण पाया गया। डॉ दोसी ने कहा कि कोविड-19 से ठीक हुए लोगों में ग्रीन फंगस संक्रमण की प्रकृति अन्य रोगियों से अलग है।उस दौरान इसके फेफड़े लगभग 100 प्रतिशत कोरोना से संक्रमित थे मरीज को एक महीने तक आईसीयू में रखा गया वहीं इसका इलाज किया था। डॉक्टर ने कहा मरीज ठीक हो गया। लेकिन फिर उसे नाक से खून बहने लगा और तेज बुखार होने लगा।
सतीश कुमार (ऑपेरशन हेड, साउथ इंडिया)