अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नेशनल एरोनोटिक्स ऐंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन यानी नासा का पूर्वानुमान है कि यह तूफान आज देर रात तक धरती से टकरा जाएगा। इससे पहले स्पेसवेदर डॉट कॉम ने बताया था कि तूफान के धरती से टकराने पर खूबसूरत रोशनी निकलेगी। यह रोशनी उत्तरी या दक्षिण पोल पर रह रहे लोग रात के समय देख सकेंगे। ताजा पूर्वानुमान के इस तूफान की वजह से पृथ्वी की ऊपरी सतह में मौजूद सैटलाइटों पर भी असर पड़ने की आशंका है। इसके अलावा यह तूफान सीधे तौर पर जीपीएस नेविगेशन, मोबाइल फोन सिग्नल और सैटलाइट टीवी को प्रभावित कर सकता है।
क्या हैं मग्नेटिक स्ट्रोम
धरती की मैग्नेटिक सतह हमारी मैग्नेटिक फील्ड द्वारा तैयार की गई है और यह सूरज से निकलने वाली खतरनाक किरणों से हमारी रक्षा करता है। जब भी कोई तेज रफ्तार किरण धरती की तरफ आती है तो यह मैग्नेटिक सतह से टकराती है। अगर यह सोलर मैग्नेटिक फील्ड दक्षिणवर्ती है तो पृथ्वी के विपरीत दिशा वाली मैग्नेटिक फील्ड से मिलती है। तब धरती की मैग्नेटिक फील्ड प्याज के छिलकों की तरह खुल जाती है और सौर्य हवाओं के कण ध्रुवों तक जाते हैं। इससे धरती की सतह पर मैग्नेटिक स्टॉर्म उठता है और धरती की मैग्नेटिक फील्ड में तेज गिरावट आती है। यह करीब 6 से 12 घंटों तक बरकरार रहती है। इसके कुछ दिनों के बाद मैग्नेटिक फील्ड खुद से ठीक होने लगती है।
सतीश कुमार, ऑपरेशन हेड साउथ इंडिया।