मुख्यमंत्री आवास से महज 500 मीटर दूर जयपुर में मंदिर के पुजारी शम्भू शर्मा को इन्साफ दिलाने का मामला अब बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। धरने पर बीजेपी से राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा के साथ बीजेपी के नेता सिविल लाइन फाटक पर बैठे हुए हैं। दौसा जिले के महवा में पुजारी की मौत के 8 दिन बाद भी शव का अंतिम संस्कार नहीं हो सका है। परिजनों की मांग है कि पुजारी की जमीन पर जिन लोगों ने कब्जा किया है उनकी तुरंत गिरफ्तारी की जाने चाहिए और मंदिर माफी की 26 बीघा जमीन से अतिक्रमण हटाया जाना चाहिए शव को जयपुर लाने से पहले 6 दिन तक ग्रामीण महवा थाने के बाहर धरना प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन बात नहीं बनने के बाद किरोड़ी लाल मीणा शव को लेकर जयपुर आ गए और भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ सिविल लाइंस फाटक पर शव रखकर धरना शुरू कर दिया धरने के दौरान लकड़ी के बक्से में रखे शव को डीप फ्रीजर में रखने के जब बिजली की व्यवस्था नहीं हो सकी तो जेनरेटर की सहायत से डीप फ्रिज को चालू किया गया।
इस पूरे मामले पर जब सांसद किरोड़ी मीणा से बात की तो उन्होंने कहा कि सरकार हठधर्मिता दिखा रही है. हम मुख्यमंत्री के द्वार पर ही बैठे हैं. जब तक हमें न्याय नहीं मिलेगा तब तक हम यहां से हटेंगे नहीं. उन्होंने कहा कि आगे आंदोलन की रणनीति किस तरह की होगी. यह बीजेपी के नेता परिजनों के साथ मिलकर तय करेंगे.उन्होंने बताया की गुरूवार को सरकार के साथ वार्ता असफल रही बीजेपी के कार्यकर्ताओं के साथ आगे की रणनीति बनाई जायेगी।
इस पूरे मामले पर बजरंग सेना भी काफी एक्टिव नजर आ रही है यहाँ मौजूद बजरंग सेना के राष्ट्रीय महासचिव अशोक शर्मा ने बताया कि जब तक सरकार द्वारा हमारी मांगें नहीं मानी जाएंगी हम आमरण अनशन करेंगे उन्होंने प्रदेश में लगातार मंदिर के पुजारियों के साथ हो रहे दुराचार को लेकर कहा कि हम शांत नहीं बैठेंगे सरकार को जल्द से जल्द इस तरह की घटनाओं पर कठोर कानूनी कार्यवाही करनी चाहिए।
दरअसल शंभू शर्मा महुआ के नजदीक टिकरी गांव में एक मंदिर का पुजारी था इनके पास जयपुर आगरा हाईवे पर 2 बीघा जमीन थी. आरोप है कि भू माफियाओं ने तहसीलदार और रजिस्ट्री दफ्तर के अफसरों के साथ मिलीभगत कर महज आठ लाख रुपये में उसे खरीद लिया. ग्रामीणों का कहना है कि हाईवे पर इस जमीन की करीब एक करोड़ रुपए प्रति बीघा के भाव हैं, लेकिन शंभू शर्मा मूक बधिर है. इससे शंभू शर्मा मानसिक रूप से परेशान हो गया और बीमार हो गया. शंभू शर्मा ने 26 फरवरी को महुआ के पुलिस थाने में शिकायत भी दर्ज कराई थी. ग्रामीणों का आरोप है शंभू शर्मा की शिकायत पर कार्रवाई नहीं होने पर सदमे में उसकी मौत हो गई. ग्रामीणों का आरोप है कि मंदिर माफी की 26 बीघा जमीन है. उस पर भू माफियाओं ने कब्जा कर लिया है.
-निरंजन चौधरी, जयपुर।