पशुपति पारस और चिराग पासवान का आपसी तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। केंद्र द्वारा कल हुए मंत्रिमंडल विस्तार में चिराग पासवान के चाचा बागी लोक जनशक्ति पार्टी के नेता पशुपति पारस को मंत्रिमंडल में जगह दी है। मंत्रिमंडल में पशुपति पारस को जगह मिलने के बाद लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान आग बबूला हो गए। चिराग पासवान फिलहाल बिहार में आशीर्वाद यात्रा कर रहे हैं। अपने यात्रा के दौरान समस्तीपुर में उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की और अपने चाचा पशुपति पारस और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला।
चिराग पासवान ने पशुपति पारस पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने मेरे और मेरे पिता आदरणीय रामविलास पासवान जी के पीठ में खंजर घोंपा है। उन्होंने हमारे परिवार को तोड़ने का काम किया है। पशुपति पारस ने मेरे पिता और हमारी पार्टी के सिद्धान्त को कुचला है। चिराग ने कहा कि उनके चाचा केंद्रीय मंत्री बनने के लालच में नीतीश कुमार के गोद में बैठ गए। उन्होंने यह भी कहा कि पशुपति पारस बिहार में हुए चुनाव में अकेले लड़ने के पक्ष में भी नहीं थे। उन्होंने इसे लेकर उस वक्त भी कई बयान दिए थे। आज कैबिनेट में जगह मिलने के बाद यह स्पष्ट हो गया कि आखिर वो ऐसा क्यों कर रहें थे।
लोजपा अध्यक्ष ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने कैबिनेट विस्तार में अपने नेताओं को तरजीह नहीं दी। उसके स्थान पर उन्होंने मेरे परिवार और पार्टी तोड़ने में लगे रहे। चिराग ने कहा कि नीतीश कुमार ने 2005 में भी हुए चुनाव में हमारे पार्टी के विधायक को तोड़ने का काम किया था।
चिराग ने कहा कि फिलहाल उनके संपर्क में जदयू के कई विधायक हैं। बहुत जल्द ही बिहार में चल रही एनडीए की सरकार गिरेगी और यहां दोबारा चुनाव भी होंगे। महागठबंधन पर किए गए सवाल में चिराग ने कहा कि राजद की ओर से तेजस्वी ने मुझे गठबंधन में शामिल होने का न्योता दिया, उसके लिए शुक्रिया। पर मैं फिलहाल इसके बारे में नहीं सोच रहा, चुनाव आने के वक्त गठबंधन पर विचार किया जाएगा।
चिराग ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने चाचा पशुपति पारस को लोजपा के कोटे से मंत्री बनाया है। चाचा पशुपति पारस और समेत पांच बागी सांसदों को पार्टी पहले ही निष्कासित कर चुकी है। ऐसे में उन्हें लोजपा के कोटे से मंत्री पद देना गलत है। वह इसके खिलाफ न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाएंगे।
सौरव कुमार