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लगातार पैसों की किल्लत या घरेलु झगड़े जैसी परेशनियों को दूर कर सकते हैं ये वास्तु उपाय

हर व्यक्ति अपने जीवन में सुख-शांति चाहता है, तो वहीं दूसरी ओर चल रही तनाव और आर्थिक तंगी व्यक्ति को परेशान कर देती है। ऐसे में व्यक्ति का मन एक पल भी चैन की सांस नहीं ले पाता। आप भी अगर आर्थिक मंदी और घरों में कलह-कलेश जैसी परेशनियों का सामना कर रहें हैं तो इनसब के पीछे आपके घर का वास्तु दोष भी हो सकता है। कई बार हम परिवार में आपसी तनावों या कलेशों को सामान्य समझ लेते हैं। और ऐसी चीजों पर विशेष ध्यान देने के बजाय हम बिल्कुल भी ध्यान नहीं देते हैं। जिसके वजह से घरों में नकारात्मकता फैलने लगती और इसका बुरा प्रभाव आर्थिक स्थिति और घर की सुख-शान्ति पर पड़ने लगता है। वास्तु उपाय नाकारात्मक ऊर्जा को दूर कर उसे सकारात्मक ऊर्जा में बदलता है। ताकि घरों में सकारात्मकता बरकरार रहे ।और सुख, शांति और सम्पन्नता हमेशा बनी रहे। वास्तु शास्त्र में, नकारात्मक ऊर्जा दूर करने के लिए कई उपाय बताए गये है । यदि आप भी इन उपायों को अपनाते हैं तो जीवन में चल रही समस्याओ से जल्द हीं छुटकारा पा सकतें हैं। इसके उपायों को करने से आपका जीवन ऊर्जावान हो जाता है। घरों की खोई हुई सुख, शांति और समृद्धि वापस लौट आती है। तो आइए जानते हैं वास्तु के कुछ उपाय।


घरों के दरवाजे एवं खिड़कियों को रखें साफ
अक्सर हम देखते हैं कि लोग अपने घर के अंदर तो बहुत साफ-सुथरा रखतें हैं और तरह तरह की सजावटी सामानों से सजा भी लेते हैं, परंतु कोई मुख्य द्वार पर ध्यान नहीं देते हैं। घरों के दरवाजे एवं खिड़कियाँ ऊर्जा प्रवेष करने के माघ्यम माने जाते है, ऐसे में इन स्थानों की साफ-सफाई एवं शुद्धता बहुत जरूरी है। इसके लिए एक बाल्टि पानी में 5 निचोड़ी हुई निंबू, एक कप नमक और लगभग चैथाई कप सफेद सिरका डालकर इसप्रकार आप एक घोल तैयार कर लें। और फिर इस मिश्रण से घर के सभी खिड़की एवं दरवाजे साफ करदें। यकीन मानिए नाकारात्मकता आपके घर कदम भी नहीं रखेगी।
खिड़की एवं दरवाजों पर सेलेनाइट पत्थर रखना
आप खिड़की एवं दरवाजे पर सेलेनाइट की पत्थर रखकर वहाँ से प्रवेष करने वाली नाकारात्मक ऊर्जा को रोक सकते हैं। यह एक सफेद रंग का सल्फेट से बना एक प्रकार का पत्थर है जो प्राकृतिक रूप से अशुद्धियों को नष्ट करता है।

मुख्य दरवाजे का उपयोग:

घरों में दो दरवाजे की भी प्रचलन है। ऐसे में आप ज्यादातर कोशिश करें कि आना जाना मुख्य द्वार से हीं हो। पीछे के दरवाजे का उपयोग आवागमन में ना हीं करें। क्योंकि वास्तु के अनुसार यह माना जाता है कि पीछे के दरवाजे से प्रायः समृद्धि आती है।

कमरों में जलाए धूपबत्ती एवं बजाए घंटी

सुगंध से मन हमेशा आनंदित रहता है। इसलिए कमरों से सभी प्रकार की नाकारात्मक ऊर्जा दूर भगाने के लिए आप सुगंधित धूपबत्ती एवं अगरबत्ती जला सकते हैं। ऐसा करने से मन में शांति बनी रहेगी और आपको निंद भी अच्छी आएगी। और साथ हीं आपके घरों में पड़े अक्रिय ऊर्जा के स्रोतों को फिर से जगाने के लिए हर दिन कम से कम तीन बार घर के सारे हिस्से में घंटी बजाएं। ऐसा करने से आपको अवष्य लाभ होगा और घर फिर से ऊर्जावान हो जाएगा।

घरों में कराएं हवन:

पूजा-पाठ हिन्दू धर्म का अहम हिस्सा है। वास्तु के अनुसार भी पूजा-पाठ से घरों में सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है। यदि आय दिन आपके घर भी झगड़े होते रहतें हैं तो आपको भी अपने घरों में समय-समय पन हवन जरूर करवाना चाहिए और परिवार के पूरे सदस्य को एक साथ इस हवन में शामिल होना चाहिए। इसके अलावा आपको प्रतिदिन सुबह और शाम, घर के मंदिर में दीपक अवष्य प्रज्जवलित करनी चाहिए ताकि आपके जीवन में रोषनी भरी रहे। ऐसा करने से आपके घर की नाकारात्मकता दूर होती है साथ वातावरण भी शुद्ध होता है। और फिर परिवार में शांति का माहौल होता है एवं परेशानियां भी दूर होती हैं।

घरों में नमक के पोछे:

वास्तु के अनुसार घर की नाकारात्मक ऊर्जा को दूर करने का सबसे आसान उपाय यह बताया गया है कि घरों में पोंछा लगाने से पहले उसके पानी में नमक डालकर पोंछा लगाएं परंतु ऐसा करने से पहले यह जरूर देखें कि जब आप पानी में नमक मिला रहें हो तो उस समय आपके घर में कोई बाहरी आदमी तो नहीं क्योंकि ऐसे में उसका प्रभाव खत्म हो जाता है। और साथ हीं यह भी याद रखें कि मंगलवार, गुरूवार और रविवार को पानी में नमक नहीं मिलाना चाहिए।

शंख बजाए
वास्तु शास़्त्र में शंख का विषेष महत्व है। शंख की ध्वनी को नाकारात्मक ऊर्जा के अंत के लिए सर्वश्रेंष्ठ माना जाता है। शंख में पानी भर का घर के सारे हिस्से में छिड़कने से घर का वातावरण स्वच्छ होता है और नाकारात्मकता भी दूर होती है। साथ हीं यह भी विशेष रूप से ध्यान रखें कि इसे केवल घर के मंदिर में हीं रखें क्योंकि शंख में लक्ष्मी जी के वास होता है। और आप आर्थिक तंगी जैसी परेकीनियोें का सामना कर रहें है तो शंख को घर में सिर्फ रखने से हीं काम होने लगेंगी।

तुलसी पूजन
हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को अत्यंत पवित्र एवं पूजनीय माना जाता है। रोजाना सुबह तुलसी के पौधे में जल दें, इससे मन शांत होता है । साथ हीं प्रतिदिन सुबह और शाम तुलसी की पूजा एवं दीपक जलाने से घर में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है। वास्तु शास्त्र में तुलसी का पौधा घरों में रखने से सकारात्मक बढ़ती है, जिससेे घर के कलेष दूर होतें हैं। इसके अनुसार तुलसी का पौधा घर के उत्तर-पूर्व दिशा में रखना शुभ माना जाता है।

चाँदी एवं मोर पंख को रखना:

हिंदू धर्म में एक ओर मोर को देवप्रिय पक्षि माना गया है तो वहीं चाँदी को सबसे शुद्ध और पवित्र धातु माना जाता है। इन दोनो चीज का मिलन बहुत हीं लाभकारी माना जाता हैै। यही कारण है कि वास्तुशास्त्र के हिसाब से घर में चाँदी का मोर रखना बहुत हीं शुभ माना जाता है। यदि आप अपने घर में जरा भी बचत नहीं कर पा रहे हैं तो आपको अपनी तिजोरी में एक चाँदी का मोर अवश्य रखनी चाहिए। इससे आपकी बेफिजूल खर्चें रूकतें हैं और धन की बढ़ोतरी होती है।
पूजाघर की दिशा:

पूजा घर के दिशा से दिक्कत हो रही है, तो इसपर विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत होती। यदि घर की मंदिर सही जगह पर ना हो तो ऐसी पूजन से कोई फल की प्राप्ति नहीं होती। मन की शांति और घर की संपूर्ण विकास के लिए पूजाघर का स्थान उत्तर-पूर्व यानी ईशान कोण पर ही होना चाहिए। क्योंकि इसी स्थान पर देवता का वास होता है। और पूजन वहीं करना चाहिए जहाँ देवता भी प्रसन्न हों। इसके साथ यह भी ध्यान देना होगा कि पूजाघर के ऊपर या नीचे कभी टाॅयलेट, रसोईघर या सीढ़ीयां न हो।

प्रज्ञा भारती, बिहार।