- आरसीए के अध्यक्ष वैभव गहलोत ने जेडीए के आयुक्त गौरव गोयल की प्रशंसा की।
- खेल गतिविधियों के साथ पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। नार्दन रिंग रोड भी बनाई जा रही है- गौरव गोयल।
2 जुलाई को जयपुर विकास प्राधिकरण के आयुक्त गौरव गोयल ने चौमू के गांव चौंप में 100 एकड़ भूमि पर बनने वाले अंतरराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट स्टेडियम के लिए भूमि का पट्टा राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष वैभव गहलोत को सौंप दिया। 100 एकड़ भूमि चिन्हित करने और स्टेडियम के अन्य कार्य शीघ्रता और सफलता के साथ करने पर वैभव गहलोत ने जेडीसी गौरव गोयल की प्रशंसा की। इसके लिए गहलोत ने गोयल और उनकी टीम को बधाई दी। जयपुर में जेडीए परिसर में आयोजित समारोह में वैभव गहलोत ने बताया कि जयपुर में बनने वाला क्रिकेट स्टेडियम दुनिया का दूसरे नम्बर का विश्व स्तरीय स्टेडियम होगा। गुजरात के मोटेरा स्टेडियम के बाद सबसे बड़ा चौंप में बनने वाला यह स्टेडियम होगा। 75 हजार दर्शकों की क्षमता वाले स्टेडियम को दो चरणों में पूरा किया जाएगा। इस पर कोई 700 करोड़ रुपए की राशि खर्च होगी। पहले चरण में 300 करोड़ रुपए खर्च होंगे। 100 करोड़ रुपए बीसीसीआई अनुदान के तौर दे रही है, जबकि 100 करोड़ रुपए का लोन लिया जाएगा। स्टेडियम में कॉरपोरेट घरानों के 75 बॉक्स बनाए जाएंगे। इन बॉक्सों से 75 करोड़ रुपए जुटाए जाएंगे। ढाई माह बाद स्टेडियम का भूमि पूजन होगा तथा अगले ढाई वर्ष में स्टेडियम का पहले चरण का कार्य पूरा हो जाएगा। पहले चरण के बाद स्टेडियम में 40 हजार दर्शक बैठ सकेंगे। गहलोत ने कहा कि अब जयपुर में भी अंतरराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट मैच और आईपीएल जैसे आयोजन हो सकेंगे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और एसोसिएशन के मुख्य संस्थापक सीपी जोशी का सपना था कि जयपुर में विश्व स्तरीय स्टेडियम बने। अब यह सपना पूरा होने जा रहा है। 100 एकड़ भूमि उपलब्ध करवाने में राज्य सरकार का भी योगदान रहा है। गहलोत ने बताया कि जोधपुर और उदयपुर में भी क्रिकेट स्टेडियम बनाए जाएंगे।
पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा-गोयल:
जेडीए के आयुक्त गौरव गोयल ने कहा कि जेडीए के लिए 100 एकड़ भूमि का चयन करना ही पर्याप्त नहीं है बल्कि जेडीए का प्रयास है कि जयपुर में खेल गतिविधियां और पर्यटन को बढ़ावा मिले। गोयल ने कहा कि नार्दन रिंग रोड बन जाने से स्टेडियम की ओर आसानी से पहुंचा जा सकता है। स्टेडियम की भूमि के चयन में इस बात का ध्यान रखा गया कि आने वाले दर्शकों को जयपुर शहर से होकर गुजरना न पड़े। उन्होंने बताया कि अजमेर, कोटा, सीकर आदि की ओर से आने वाले दर्शक सीधे बाहरी क्षेत्र से ही स्टेडियम प्रवेश कर सकेंगे। किसी भी अंतरराष्ट्रीय खेल स्थल के लिए यह जरूरी है कि दर्शकों का आवागमन सरल हो। गोयल ने यह भी बताया कि मैच की समाप्ति के बाद चारों तरफ से निकासी रखी गई है,ताकि हजारों दर्शक सुगमता के साथ निकल सके। स्टेडियम पर 11 पिच बनाए गए हैं, इसी प्रकार चार हजार कारों की पार्किंग की व्यवस्था भी की गई है।
निरंजन चौधरी, राजस्थान।