अत्याधुनिक तकनीक से लैस ड्रोन हासिल कर रहा पाकिस्तान प्रॉक्सी वार में नई चुनौती बन रहा है। सुरक्षा एजेंसियों को इस बात की पुख्ता जानकारी है कि पाकिस्तान को चीन और तुर्की से नई तकनीकी वाले ड्रोन मिल रहे हैं।एजेंसियों का मानना है कि अगर पाकिस्तान अपनी आतंक को समर्थन देने की नीति के तहत अत्याधुनिक ड्रोन आतंकी गुटों को मुहैया कराता है तो सुरक्षा बलों के सामने नई चुनौती खड़ी होगी। जम्मू की घटना के बाद इस तरह की आशंकाओं को बल मिला है कि आतंकवादी गुट ड्रोन हमले की क्षमता से लैस हुए हैं। पाकिस्तान को चीन मोहरे के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है। चीन ने नए तकनीकी क्षमता वाले घातक तरह के हथियार और उपकरण पाकिस्तान को मुहैया कराए हैं जिनका मकसद जम्मू-कश्मीर में अस्थिरता के माहौल को बनाए रखना है जिससे भारत इस फ्रंट से निश्चिंत न हो पाए। सूत्रों ने कहा कि सीजफायर के बावजूद पाकिस्तान आतंक को समर्थन की नीति नहीं छोड़ा।इसलिए वह पर्दे के पीछे से भारत के खिलाफ साजिश में जुटा है। उसकी तरफ से पाकिस्तान को हरसंभव मदद दी जा रही है, जिससे कश्मीर में पाक समर्थित आतंकी हरकतों में कमी न हो।। जम्मू में भी इसी तरह के ड्रोन के इस्तेमाल की आशंका है हालांकि, अभी इसके स्रोत कि ये कहां से आया और प्रकृति यानी किस तरह का ड्रोन था ये जांच जारी है।
सतीश कुमार (ऑपेरशन हेड साउथ इंडिया)