नई दिल्ली: शरीर में कई सारे विषाक्त पदार्थ बनते है जिसको निकालना सबसे अहम माना जाता है। अगर ये गंदगी अंदर रहती है तो लिवर, किडनी, फेफड़ों और दिल को हानि पहुंचा सकती है। वैसे तो शरीर खुद इन गंदे पदार्थों को बाहर निकालने का कार्य करता है। लेकिन कुछ अंग कमजोर होने पर शरीर की सफाई ठीक तरह से नहीं होती है। बॉडी में टॉक्सिन बढ़ने से शारीरिक अंग में कमजोरी होती है और सफेद बाल, ढीली त्वचा, कमजोरी जैसे बुढ़ापे के संकेत मिल जाते हैं।
शरीर की सफाई के लिए मुख्य रूप से 5 अंग कार्य करते है। जिनका नाम लिवर, किडनी, फेफड़े, आंत और स्किन है। इन चीजों को हेल्दी बनाना बॉडी डिटॉक्स करने का तरीका माना जा रहा है आप योगा की मदद से इन अंगों का कामकाज बढ़ाने में मदद मिलती है।
खाना पचने के दौरान निकलने वाले विषाक्त पदार्थों को खून से अलग करने का कार्य लीवर द्वारा किया जाता है। शरीर की अंदरुनी सफाई के लिए इसका स्वस्थ रहना बहुत आवश्यक होती है। लिवर को हेल्दी बनाए रखने के लिए धनुरासन रहने की जरूरत है।
शरीर में पानी और नमक का संतुलन बनाने में किडनी मददगार साबित होती है। यह अतिरिक्त विषाक्त पदार्थों को पेशाब से बाहर करती है। किडनी की सफाई को सही रखने के लिए बद्ध कोणासन काफी लाभदायक है। यह किडनी को सक्रिय बनाए रखने में सहायता करता है।
शरीर में विषाक्त गैस भी उत्पन्न होती है। इसे बाहर निकालने और साफ हवा लेने का काम हमारे फेफड़े द्वारा किया जाता है। फेफड़ों को साफ करने के लिए कपालभाति प्राणायाम करने की जरूरत है। यह सारी नाड़ियों का शुद्धिकरण भी करने में सहायक है।
शरीर सारे कचरे को आंतों के द्वारा बाहर निकलता है। लेकिन कब्ज से आपकी आंत कमजोर होती है। जिससे कचरा शरीर में बना रहता है। आंतों और पाचन को सुधारने के लिए वज्रासन करना चाहिए।