• Thu. Apr 25th, 2024

शहरी निकायों में दिव्यांग जनों की भागीदारी तय, देश में राजस्थान पहला राज्य जो देगा दिव्यांग जनों को नियुक्ति

जयपुर।राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार ने दिव्यांग जनों के लिए बड़ा कदम उठाया है. प्रदेश में शहरी निकायों में अब दिव्यांगजन सदस्य भी मनोनीत किए जाएंगे. राज्य सरकार ने इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी किया है. यानी सीधे तौर पर नगर निगम, नगर परिषद और नगर पालिका में 1-1 दिव्यांगजन पार्षद सरकार द्वारा मनोनीत किया जाएगा।देश में राजस्थान पहला ऐसा राज्य है, जहां दिव्यांगों की शहरी निकायों में भागीदारी हो सकेगी. सत्ता और राजनीति में दिव्यांग जनों को समान अवसर मिल सकेगा. दिव्यांगजन अधिकार महासंघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हेमंत भाई गोयल ने इस संबंध में लगातार सरकार से मांग की थी और उन्होंने विशेष योग्यजन न्यायालय में भी परिवाद दायर किया था, जिसके बाद में राजस्थान सरकार ने यह फैसला लिया था कि दिव्यांगजनों को भी शहरी निकायों में भागीदारी मिल सकेगी. अब नोटिफिकेशन जारी होने के बाद में राजस्थान में दिव्यांगजन सदस्य मनोनीत हो सकेंगे
10 सालो से चली आरही थी मांग
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिव्यांगजन अधिकार महासंघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हेमंत भाई गोयल की मांग पर यह फैसला लिया है. हेमंत भाई लगातार 10 सालों से इस मुद्दे को उठाते रहे हैं और दिव्यांगजनों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए लगातार कोशिश में जुटे हुए थे।

शुभम जोशी