साल 2021 का आज पहला चंद्र ग्रहण लगने वाला है। आज का चंद्र ग्रहण कई मायनों में काफी खास है। इसकी वजह यह है कि आज सुपरमून, ब्लड मून और चंद्र ग्रहण तीनों घटनाएं एक साथ होने वाली है। पिछले छह सालों में सुपरमून और पूर्ण चंद्र ग्रहण एक साथ नही हुआ है। साल का यह पहला चंद्र ग्रहण पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका में दिखाई देगा। इसके अलावा यह दुर्लभ नजारा प्रशांत, अटलांटिक औऱ हिंद महासागर के कुछ हिस्सों से भी दिखाई देगा। साल का यह पहला चंदग्रहण दोपहर 2 बजकर 17 मिनट पर शुरू हो जाएगा और शाम 7 बजकर 19 मिनट पर यह खत्म होगा।
पृथ्वी विन मंत्रालय की एक रिलीज के अनुसार बुधवार को पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा औऱ यह भारत के पूर्वोत्तर के राज्यों के कुछ हिस्से जैसे पश्चिम बंगाल, ओडिशा और अंडमान और निकोबार के कुछ हिस्सों में दिखाई दे सकता है। पर यास तूफान के खतरे के कारण इन राज्यों में बारिश होते रहेगी और यहां चंद्रग्रहण का दुर्लभ नजारा लोग नही देख सकेंगे।
इससे पहले 21 जनवरी 2019 को पूर्ण चंद्र ग्रहण लगा था। इस ग्रहण के बाद यह पहला मौका है जब पूर्ण चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। भारत में चंद्र ग्रहण का आंशिक चरण दोपहर 3 बजकर 15 मिनट से शुरू होगा जो शाम 6 बजकर 23 मिनट तक चलेगा। भारत में ग्रहण की पूरी अवधि 5 घंटे 2 मिनट की होगी। वहीं पूर्ण चंद्र ग्रहण की अवधि तकरीबन 14 मिनट की होगी।
कैसे लगता है पूर्ण चंद्र ग्रहण ?
सूर्य की परिक्रमा के दौरान जब पृथ्वी, चांद और सूर्य के बीच में आ जाती है तो चांद धरती की छाया से छिप जाता है। इस दौरान, सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक दूसरे की बिल्कुल सीध में होते हैं। पूर्णिमा के दिन जब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है तो उसकी छाया चंद्रमा पर पड़ती है। इस दौरान जब हम धरती से चांद को देखते हैं तो वह भाग हमें काला दिखाई पड़ता है। इसी वजह से इसे चंद्र ग्रहण कहा जाता है।
सौरव कुमार