भारत सरकार थल सेना के लिए सरकारी क्षेत्र के उपक्रम हैवी वेहिकल्स फैक्ट्री एचवीएफ से नई क्षमताओं से लैस 118 मुख्य युद्धक टैंक अजुर्न एके-1ए खरीदेगी। सेना की लड़ाकू क्षमताओं में इजाफे के लिए एक बड़ा कदम उठाते हुए रक्षा मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को 7,523 करोड़ रुपये की लागत से भारतीय सेना की खातिर 118 मुख्य युद्धक टैंक एमबीटी अर्जुन की खरीद को लेकर एक करार को अंतिम रूप दिया।भारतीय थल सेना के लिए 118 मुख्य युद्धक टैंक एमबीटी अर्जुन एमके -1 ए की आपूर्ति के लिए हेवी व्हीकल फैक्ट्री, अवडी, चेन्नई को एक ऑर्डर दिया।इसमें कहा गया है कि 7,523 करोड़ रुपये के इस ऑर्डर से रक्षा क्षेत्र में ‘मेक इन इंडिया’ पहल को बढ़ावा मिलेगा तथा यह आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह दिन और रात, दोनों स्थिति में दुश्मन से मुकाबला कर सकता है। इसने कहा कि हेवी व्हीकल्स फैक्ट्री को मिले इस आर्डर से ‘एमएसएमई’ सहित 200 से अधिक भारतीय कंपनियों के लिए रक्षा निर्माण में एक बड़ा अवसर खुलेगा और करीब 8,000 लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।अब और 118 टैंक शामिल होने जा रहे हैं। सेना में पहले शामिल टैंक को पश्चिमी रेगिस्तान में तैनात किया गया है। इन 118 टैंकों से दो रेजिमेंट बनेगा। डीआरडीओ काफी समय से इसको अपडेट करने में जुटा हुआ है। साल 2004 में देश में ही निर्मित अर्जुन टैंक को सेना में शामिल किया गया था।
सतीश कुमार