भारत मे कोरोना के दूसरे लहर ने जो तबाही मचाई हैं। इससे तो मानो कितने ही लोग प्रभावित हुए हैं। करीब मौत का आकंडा 1 लाख से उपर पहुँच चुका हैं जो सच मे डरावना मंजर हैं। अब आने वाला तीसरा लेहर बच्चो पर असर करने वाला रोग होगा ऐसा आईसीएमआर ने कहा हैं और राजस्थान मे 200 बच्चे पहले से कोरोना से सक्रमित हो चुके हैं और इसी बीच भारत बायोटेक जून से बच्चों के लिए कोविड-19 वैक्सीन पर परीक्षण शुरू कर सकता है। रविवार को कंपनी के बिजनेस डेवलपमेंट एंड इंटरनेशनल एडवोकेसी हेड डॉ राचेस एला ने इसकी जानकारी दी है। भारत बायोटेक के युवा कार्यकारी ने बताया मुझे खुशी है कि हमारी कड़ी मेहनत रंग ला रही है क्योंकि टीका अच्छी तरह से काम कर रहा है और जीवन बचा रहा है। जब हम हर दिन काम से घर वापस जाते हैं तो हमें यह अच्छा एहसास होता है। डॉ. एला ने विश्वास व्यक्त किया कि बच्चों के लिए टीकों को इस वर्ष की तीसरी तिमाही में लाइसेंस मिल सकता है। डॉ एला ने कहा हमने पिछले साल उत्पाद विकसित करने पर ध्यान केंद्रित किया था। अब हमारा ध्यान अपनी विनिर्माण क्षमता को बढ़ाने पर है। भारत बायोटेक के बच्चों के टीके के परीक्षण को इस साल की तीसरी तिमाही में लाइसेंस मिल सकता है। हैदराबाद की अध्यक्ष उमा चिगुरुपति ने कोविड-19 को वैश्विक स्वास्थ्य संकट बताया। उन्होंने कहा भारत सबसे बुरी तरह प्रभावित है और हमने ब्राजील को पीछे छोड़ दिया है। और हम में से कई लोगों को कई चिंताएं हैं और टीके ही एकमात्र आशा प्रतीत होते हैं।
सतीश कुमार (ऑपेरशन हेड साउथ इंडिया)