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तालिबान की अजेय पंजशीर पर कब्जा करने की पूरी कोशिश

तालिबान ने चेतावनी दी है कि अगर शांतिपूर्ण तरीके से अहमद मसूद की सेनाएं सरेंडर नहीं करेंगी तो उन पर हमला किया जाएगा। वहीं पंजशीर के नेता अहमद मसूद ने कहा है कि हम सरेंडर करने वालों में से नहीं हैं। हम तालिबान के साथ जंग के लिए तैयार हैं। तालिबान के हमले को देखते हुए बगलान के देह-ए-सलाह जिले में विद्रोही लड़ाकों ने जुटना शुरू कर दिया है। पंजशीर में अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद और खुद को अफगानिस्तान का केयरटेकर राष्ट्रपति घोषित कर चुके अमरुल्लाह सालेह तालिबान को कड़ी टक्कर दे रहे हैं।जो तालिबान की सत्ता को मानने से इनकार कर रहा है। अहमद मसूद के पिता अहमद शाह मसूद भी तालिबान से हमेशा लड़ते रहे हैं। उन्होंने तो अफगानिस्तान से सोवियत संघ को भी बाहर करने में अहम भूमिका निभाई थी।पंजशीर घाटी तालिबानी ताकतों का विरोध लगातार करती रहेगी। घाटी में जंग जारी रहेगी। जनरल बिस्मिल्लाह मोहम्मदी के ऐलान को तालिबान के लिए बड़ी चुनौती मानी जा रही है। सुरक्षित ठिकाने की तलाश में लोग अपना घर छोड़कर भाग रहे हैं। तालिबान ने पंजशीर घाटी को जीतने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया। फिर भी उन्हें पंजशीर में कामयाबी नहीं मिली। वहीं इसी दौरान जब सोवियत सैनिकों ने अफगानिस्तान पर हमला किया था।

सतीश कुमार (ऑपरेशन हेड, साउथ इंडिया)