संक्षिप्त परिचय: योग’ शब्द संस्कृत के ‘युज’ धातु से बना है, जिसका अर्थ है ‘जुड़ना’ या ‘एकजुट होना’। जो मन और शरीर, मनुष्य और प्रकृति के बीच एक पूर्ण सामंजस्य का संकेत देता है।
इस साल 21 जून 2021 को सातवा अंतर्राष्ट्रीय योगा दिवस मनाया जा रहा है । प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी ने सुबह 6;30 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे। इस साल योगा दिवस की थीम है ‘योगा फॉर वेल्बीइंग’ जिसका अर्थ है ‘स्वास्थ के लिए योगा’। कोरोना के कारण लोगो को काफी शारीरिक और मानसिक परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है । यह बीमारी लोगो के फेफड़ो को कमजोर कर दे रही है. और उन्हे सास लेने मे तकलीफ हो रही है। योगा से हमारी इन समस्याओं को हल किया जा सकता है, जैसे की हम प्राणायाम कर सकते है
- भस्त्रिका प्राणायाम
- कुंभका प्राणायाम
- सिंहासना प्राणायाम
- मृगी मुद्रा प्राणायाम
- कपालभाति प्राणायाम
कब हुयी थी योगा दिवस की शुरुआत
21 जून 2015 को सबसे पहला अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया था । आयुष मंत्रालय ने भारत में आवश्यक व्यवस्था की। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और 84 देशों के प्रतिष्ठित व्यक्तियों सहित 35,985 लोगों ने नई दिल्ली में राजपथ पर 35 मिनट के लिए 21 आसन (योग आसन) किए थे । योग की उत्पत्ति 5,000 साल पहले उत्तर भारत में हुयी थी । योग शब्द का सबसे पहले प्राचीन पवित्र ग्रंथों में उल्लेख किया गया था जिसे ऋग्वेद कहा जाता है। … योग को ऋषियों द्वारा परिष्कृत और विकसित किया गया था। आज योगा न केवल भारत मे बल्कि विदेशो मे भी लोकप्रिय है और काफी लोग योगा द्वारा स्वास्थ्य लाभ ले रहे है।
निधि सिंह।