बिहार में शराब के कारण मरने वालों की संख्या को सही से गिना नहीं जा सकता। इस मामले मे पुलिस एकदम सख्ती से कार्यवाही मे लगी है। शराब बंदी के इतने सालों बाद भी कही ना कही शराब तस्करी के मामले सामने आते है। बिहार में शराब बंदी को रोकने के लिए पुलिस का खून पसीना निकल रहा है लेकिन जिसे लत लगी है वो तो नशा कर ही लेते है।
हाजीपुर से एक ऐसी ही घटना सामने आई है जिसमे छात्र किताबो के बीच शराब रखकर बेच रहे है। यह एक छात्रों का दल है जो किताबो के बीच शराब रखकर होम डिलेवरी किया जाता है। पुलिस के सामने जब यह घटना आई तो वो हैरान हो गये। एक छात्र को हिरासत में लिया गया है जिसका नाम आशुतोष बताया है। वह आईएस कोचिंग मे BPSE की तैयारी करता है और रात मे पूरे ग्रुप के साथ शराब की होम डिलेवरी करते थे। इस अवैध तस्करी की वजह से कितने लोगों की जान जा रही हैं। गिरफ्तार हुए आरोपी का कहना है कि उसकी कोई गलती नही है वह दोस्तो के झांसे मे आ गया था। आशुतोष ने कहा मैं गरीब हु और मेरे पास पढ़ाई के पैसा नही है इसीलिए यह काम करना पड़ा और रोने लगा। वहाँ के इंस्पेक्टर अजीत सिंह कहना है की ऐसे कई और गैंग पकड़े जाएंगे।
रिपोर्ट: वंशिका सिंह