बिहार में जहरीली शराब की वजह से अब तक 60 लोगो की मृत्यु हो चुकी है। अलग अलग जिले मे मौत के आकड़े अलग अलग है। बिहार में शराब बंदी कही से भी सफल नहीं हुई और सरकारी योजनाओ में एक और नाकाम योजना का नाम आ गया है। हम आपको बता दे जब जहरीली शराब से लोगो की मौत पर नितीश कुमार का भड़काऊ बयान सामने आया है तब से बिहार सरकार विवादो में घिरी हुई है।
चिराग पासवान ने कहा नितीश कुमार अपने अहंकार में जनता के प्रति असंवेदनशील हो रहे है । बिहार के मुख्यमंत्री पर उनकी (पियेगा तो मरेगा ही) इस विवादित टिप्पणी पर तंज कसा जा रहा है। जहरीली शराब घटना के बाद भी नितीश कुमार का अहंकार दिख रहा है। जैसे उनकी बात पहाड़ की लकीर है। चिराग पासवान ने कहा की अगर बिहार में मद्यनिषेध कानून को ठीक से लागू नही किया जा रहा है तो इसके जिम्मेदार कौन है । जिन लोगो ने जान गवाई है हम उनके परिवार के साथ बातचीत करने के बाद बिहार के राज्य पाल से मिलकर बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू करने के लिए मांग करेगे
बिहार सरकार के दस्तावेजों में बहुत पहले ही शराबबंदी लागू हो गयी पर व्यवहरिक रूप से आज भी शराब बेचने वाले की कमी नहीं है
शराबबंदी के नियम लागू करने बिहार सरकार असफल रही तभी भी तब भी बिहार सरकार को कोई अफसोस नही है बिहार मे अवैध रूप से शराब की तस्करी रुक नहीं रही हैं।
रिपोर्ट: वंशिका सिंह