दुनिया भर के नेताओं से लेकर उनके अपने ही देश में अब निशाना साधा जा रहा है। बिना किसी प्लानिंग के अफगानिस्तान से आनन-फानन में अमेरिकी सेनाओं को वापस बुलाने के फैसले पर गुस्सा देखने को मिल रहा है। बिना किसी प्लानिंग के अफगानिस्तान से आनन-फानन में अमेरिकी सेनाओं को वापस बुलाने के फैसले पर गुस्सा देखने को मिल रहा है। रविवार को सीएनएन के न्यूज एंकर जेकटैपर ने अमेरिकी विदेश मंत्री से पूछा, ‘आखिर राष्ट्रपति ने इतना गलत फैसला ले कैसे लिया। सीएनएन के ही प्रोग्राम में अमेरिकी संसद की विदेश मामलों की समिति के सदस्य रिपब्लिकन सांसद माइकल मैककॉल ने कहा, ‘अफगानिस्तान में मचा उपद्रव प्रेसिंडेंट और प्रेसिडेंसी पर धब्बा है। हाल ही में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी अफगानिस्तान के हालातों को लेकर जो बाइडेन पर तंज कसते हुए कहा था, क्या आप लोग मुझे मिस कर रहे हैं? अमेरिका में जो बाइडेन के खिलाफ गुस्से का आलम यह है कि आने वाले कुछ दिनों में वह राष्ट्र के नाम संबोधन कर सकते हैं। सवाल इस बात को लेकर भी उठ रहे हैं कि आखिर इस संकट के वक्त में राष्ट्रपति कहां हैं।अफगानिस्तान में तालिबान राज के साथ ही पड़ोसी मुल्क में भारत का प्रभाव कम होता दिख रहा है। एक तरफ पाकिस्तान और चीन तालिबान के करीब जा रहे हैं तो लोकतांत्रिक सरकार का समर्थन करने वाले भारत की चिंताएं बढ़ गई हैं।
सतीश कुमार (ऑपरेशन हेड, साउथ इंडिया)